अस्पतालों में व्यवस्था करने और वायु गुणवत्ता सुधारने उपायों को सख्ती से लागू करें नई दिल्ली,(ईएमएस)। दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण गंभीर स्तर पर पहुंचा गया है। वहीं उसके आसपास के क्षेत्र व उत्तर भारत में वायु प्रदूषण को देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को जरूरी कदम उठाने के निर्देश दिए। मंत्रालय ने राज्यों से प्रदूषण से प्रभावित मरीजों के इलाज के लिए अस्पतालों की व्यवस्था मजबूत करने और वायु गुणवत्ता सुधार के उपायों को सख्ती से लागू करने की अपील की है। स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र भेजा जिसमें कहा गया है कि वायु प्रदूषण से संबंधित बीमारियों की निगरानी के लिए अस्पताल नेटवर्क का विस्तार किया जाए। गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए विशेष चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। मंत्रालय ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि वायु प्रदूषण के कारण देश में हर साल करीब 1.7 मिलियन मौतें होती हैं। इनमें सांस संबंधी बीमारियां, हृदय रोग, ब्रेन स्ट्रोक और संक्रमण जैसी समस्याएं प्रमुख हैं। दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य प्रदूषित क्षेत्रों में अस्पतालों की ओपीडी और इमरजेंसी में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। फेफड़ों और हृदय से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित मरीजों की हालत इस मौसम में और खराब हो रही है। बच्चों और बुजुर्गों के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। दिल्ली में प्रदूषण के चलते स्कूलों को बंद कर दिया गया है। मंत्रालय ने प्रदूषण नियंत्रण के साथ-साथ नागरिकों को सावधानी बरतने की सलाह दी है। लोगों को प्रदूषण के चलते घर के अंदर रहने, मास्क पहनने और स्मोकिंग से बचने की सलाह दी गई है। सिराज/ईएमएस 20नवंबर24 -------------------------