पर्थ (ईएमएस)। ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने युवा बल्लेबाज नाथन मैकस्वीनी से कहा है कि उन्हें अपना स्वाभाविक खेल खेलना चाहिये। मैकस्वीनी को भारत के खिलाफ होने वाली बॉर्डर गावस्कर सीरीज के लिए ख्वाजा का जोड़ीदार बनाया गया है। ख्वाजा के अनुसार मैकस्वीनी को पूर्व सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर की नकल करने की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा कि तेजी से रन बनाना ही सबकुछ नहीं है। इसलिए मैकस्वीनी उसी प्रकार से खेलें जिससे उन्हें सफलता मिलती है। सा ही कहा, ‘मुझे नहीं पता कि यह धारण कैसे बनी कि आपको कोई आक्रामक खिलाड़ी शुरुआत में चाहिये होत है। सलामी बल्लेबाज के रूप में आप रन बनाने का प्रयास करते हैं और इसके लिए आपके पास पांच दिन का समय होता है। पिछले साल हमारा कोई टेस्ट मैच पांच दिन तक भी नहीं चला। सलामी बल्लेबाजी का मतलब तेज से रन बनाना नहीं बल्कि मैदान में टिके रहना होता है। वहीं वार्नर को लेकर उन्होंने कहा कि हर कोई उनके जैसी आक्रामक शैली नहीं अपना सकता जिसके तहत वह टेस्ट प्रारूप में भी तेजी से रन बना सकते थे। ख्वाजा ने कहा, ‘ वार्नर विशेष खिलाड़ी थे। वह कठिन समय में विकेट पर टिककर लंबी पारी भी खेलते थे। वह कभी-कभी 100 गेंद में 100 रन बना लेते थे पर वह हर बार ऐसा नहीं करते थे। कभी-कभी उन्हें 100 रन बनाने के लिए 170, 180 गेंद लग जाती थीं। उन्होंने कहा, ‘उनके प्रदर्शन में निरंतरता थी, वह क्रीज पर उतरकर बाद में आने वाले लोगों के लिए मंच तैयार कर देते थे जिससे स्कोर आगे ले जाना आसान होता था। ये दोनों काफी महत्वपूर्ण बातें हैं। ख्वाजा को उम्मीह है कि मैकस्वीनी में लंबे समय तक रन बनाकर टिके रहने की क्षमता भी है। साथ ही कहा कि अगर आप मुकाबले को अपने पक्ष में मोड़ना चाहते हैं तो टिककर रन बनाना जरुरी है। मैकस्वीनी ने घरेलू क्रिकेट के साथ ही भारत ए के खिलाफ सीरीज में भी ऑस्ट्रेलिया ए की कप्तानी करते हुए शानदार प्रदर्शन किया था। गिरजा/ईएमएस 15 नवंबर 2024