14-Nov-2024
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बेंगलुरु(ईएमएस)। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने कहा कि इसरो ने यह पता लगाने के लिए हाल ही में एक अध्ययन किया था कि अंतरिक्ष एजेंसी में निवेश की गई धनराशि से समाज को कोई फायदा हुआ है या नहीं। इस पर उन्होंने बताया कि अध्ययन में पाया गया कि इसरो पर खर्च किए गए हर एक रुपये पर समाज को 2.50 रुपये वापस मिले। इसके अलावा सोमनाथ कहा कि हम वित्त पोषण के लिए केवल सरकार पर निर्भर नहीं रह सकते। हमें व्यावसायिक अवसर पैदा करने होंगे। अगर आपको इसे जारी रखना है, तो आपको इसकी उपयोगिता साबित करनी होगी। वरना, जब हम कुछ करेंगे, तब सरकार हमसे उसे बंद करने के लिए कहेगी। कर्नाटक आवासीय शैक्षणिक संस्थान सोसाइटी केआरईआईएस पहुंचे सोमनाथ ने छात्रों से संवाद के दौरान मिसाल के तौर पर, हम मछुआरों को जो सलाह जारी करते हैं, उसी को ले लीजिए। हमारी सलाह की मदद से वे जान पाते हैं कि मछली पकड़ने के लिए सबसे उपयुक्त स्थान कहां है। हम समुद्री स्थिति का आकलन करने के लिए ओशनसैट का इस्तेमाल करते हैं और विभिन्न मापदंडों का अध्ययन करने के बाद सलाह जारी करते हैं। इस सेवा का इस्तेमाल कर मछुआरे न केवल ज्यादा मछली पकड़ पाते हैं, बल्कि वे नावों के लिए आवश्यक डीजल की भी काफी बचत कर पाते हैं।अपने जीवन को प्रभावित करने वाली चीजों के बारे में पूछने पर सोमनाथ ने कहा कि उनके शिक्षकों ने उनका मार्गदर्शन करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने अपने भौतिकी शिक्षक राजप्पा और गणित शिक्षक पॉल के बारे में बात की, जिन्होंने न केवल अच्छे अंक प्राप्त करने में, बल्कि विषय पर अच्छी पकड़ बनाने में उनकी काफी मदद की। सोमनाथ ने कहा कि वह दसवीं कक्षा की अपनी शिक्षिका भागीरथी अम्मा के हमेशा आभारी रहेंगे, जिन्होंने सबसे पहले उन्हें आईआईटी के बारे में बताया था और जिन्हें विश्वास था कि वह एक दिन इंजीनियर जरूर बनेंगे। उन्होंने छात्रों से असफलताओं का सीढ़ियों के रूप में इस्तेमाल करने का आग्रह किया। इसरो प्रमुख ने अपनी पहली अंतरिक्ष परियोजना-1990 के दशक में पीएसएलवी ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान का प्रक्षेपण-का जिक्र किया, जो ऊंचाई के नियंत्रण से जुड़ी समस्या के कारण असफल रहा था। उन्होंने कहा, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात यह थी कि हमने इसे सही करने और फिर से सफलतापूर्वक प्रक्षेपित करने के लिए अगले 10 महीनों में बहुत मेहनत की। वीरेन्द्र/ईएमएस 14 नवंबर 2024