ओटावा(ईएमएस)। कनाडा में खालिस्तानी समर्थक (पीकेके) भारतीय समुदाय को लगातार निशाना बना रहे हैं, और हालात इतने बिगड़ गए हैं कि कई भारतीय नागरिक अपनी संपत्तियां बेचकर भारत लौटने की योजना बना रहे हैं। सोशल मीडिया पर ग्रुप बनाने से लेकर सीधे भिड़ने, विरोध प्रदर्शन और भारतीयों को धमकाने तक, खालिस्तानी समर्थक अब भारतीयों को हिंसक रूप से उत्पीड़ित कर रहे हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, खालिस्तान के नेतृत्व ने पाकिस्तानी आतंकी समूहों से मिलीभगत के बाद विरोध प्रदर्शनों को और तेज कर दिया है, विशेष रूप से उन इलाकों में जहां भारतीय नागरिकों की संख्या ज्यादा है। सूत्रों ने बताया कि नवंबर के पहले हफ्ते में हुई एक बैठक के बाद खालिस्तानी समर्थकों ने भारतीयों को धमकाना और उनके साथ मारपीट करना शुरू कर दिया है। कनाडा में भारतीयों को निशाना बनाने वाले इन खालिस्तानी तत्वों को स्थानीय पुलिस और प्रशासन का समर्थन भी मिल रहा है, जो भारतीय विरोधियों की पहचान और जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। कनाडा में रह रहे कई भारतीय नागरिक अब अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। भारतीय रेस्तरां मालिक, छात्र, और पेशेवर लोग खासतौर पर इन हमलों का शिकार बन रहे हैं। इस माहौल में भारतीयों को धमकी दी जा रही है कि वे खालिस्तान का समर्थन करें या फिर कनाडा छोड़ दें। कुछ समूहों के द्वारा यह चेतावनी दी जा रही है कि भारतीयों को खालिस्तान के पक्ष में झुकने या कनाडा से निकलने के लिए मजबूर किया जाएगा। कनाडा में रह रहे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर, अर्पित तिवारी ने कहा, मैं 2017 से कनाडा में रह रहा हूं, लेकिन आज से पहले इस प्रकार का माहौल कभी नहीं देखा। अब भारतीय परिवारों के साथ हिंसक झगड़े हो रहे हैं और लोग अपनी सुरक्षा की खातिर देश छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।कनाडा की स्थानीय पुलिस पर भी भारतीयों का भरोसा अब कमजोर हो गया है, क्योंकि कई लोग मानते हैं कि कुछ पुलिसकर्मी खालिस्तानी समूहों का समर्थन करते हैं। भारतीय खुफिया एजेंसियों को आशंका है कि अगर यह स्थिति यथावत रही तो इस साल के अंत तक भारतीयों के लिए यह माहौल और भी खतरनाक हो सकता है। भारत सरकार इस स्थिति को लेकर गंभीर है और कनाडा सरकार से भारतीय समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग कर रही है। वीरेन्द्र/ईएमएस 13 नवंबर 2024 -------------------------------------