मुम्बई (ईएमएस)। घरेलू शेयर बाजार बुधवार को गिरावट के साथ खुला। आज सुबह बाजार खुलते ही बीएसई सेंसेक्स 400 अंक नीचे आया जबकि एनएसई निफ्टी में भी गिरावट दर्ज की गयी और ये 23,700 पर खुला। सुबह गिफ्ट निफ्टी 74 अंक नीचे आकर 23,886 पर कारोबार करता दिखा, ये बाज़ार की कमज़ोर शुरुआत का संकेत दे रहा है। वहीं गत दिवस सेंसेक्स और निफ्टी दोनों 1 ही एक फीसदी से ज़्यादा गिरावट के साथ बंद हुए। घरेलू निवेशकों का ध्यान आज सीपीआई और आईआईपीए डेटा पर रहेगा, साथ ही कई कंपनियों के तिमाही परियाणों पर भी प्रभाव पड़ेगा। अक्टूबर महीने में खुदरा महंगाई 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.2 फीसदी पर पहुंच गई, जिसका मुख्य कारण खाद्य वस्तुओं की बढ़ती कीमतें रहीं। वहीं औद्योगिक उत्पादन में सुधार के संकेत मिले हैं। सितंबर में आईआईपी में 3.1 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई, जो त्योहारी मांग से प्रेरित रही। निवेशक इस सप्ताह तिमाही परिणामों पर भी ध्यान देंगे। एशिया-पैसिफिक के शेयर बाजार में गिरावट के साथ कारोबार शुरू हुआ, जो वॉल स्ट्रीट की गिरावट को दिखाता है। एशिया के ट्रेडर्स ने जापान के नए कॉरपोरेट गुड्स डेटा पर भी रिएक्ट किया, जिसमें दिखा कि अक्टूबर की सालाना प्रोड्यूसर प्राइस इंफ्लेशन 3.4 फीसदी पर पहुंच गई है—जो पिछले साल जुलाई के बाद सबसे ज्यादा है। निक्केई 0.5 फीसदी नीचे खुला, जबकि टॉपिक्स में 0.3 फीसदी की गिरावट आई। कोस्पी 1.1 फीसदी और एएसएक्स 200 में 1.4 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अमेरिका में भी बाजारों में गिरावट आई, जहां नैस्डैक और एसएंडपी 500 का पांच-दिवसीय बढ़त का सिलसिला टूट गया। डॉव जोन्स 0.86 फीसदी नीचे आया, एसएंडपी 500 ने 0.29 फीसदी की गिरावट दर्ज की, जबकि नैस्डैक हल्की गिरावट के साथ बंद हुआ। अब निवेशक अक्टूबर के सीपीआई डेटा के जारी होने का इंतजार कर रहे हैं, जो महंगाई और फेडरल रिजर्व की रेट डिसीजन पर संभावित असर का संकेत देगा। वैश्विक बाजारों में कमजोरी के रुख और विदेशी निवेशकों की लगातार बिकवाली के चलते भारतीय शेयर बाजारों में गत दिवस तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज की गई। कंपनियों के कमजोर तिमाही नतीजों ने भी निवेशकों के सेंटीमेंट पर असर दिखा और बाजार गिरावट पर बंद हुआ। गिरजा/ईएमएस 13 नवंबर 2024