अंतर्राष्ट्रीय
13-Nov-2024
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रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर के बाद वैश्विक स्तर पर चिंतित कई देश प्योंगयांग (ईएमएस)। रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरिया के शामिल होने की संभावना बढ़ गई है। हालही में उत्तर कोरिया और रूस के बीच एक-दूसरे को सैन्य मदद मुहैया करवाने को लेकर एक रक्षा समझौता हुआ है। इस समझौते की पुष्टि उत्तर कोरिया ने की है। रूस और उत्तर कोरिया के बीच इस समझौते के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया की चिंता बढ़ गई है। दोनों देश इस बात को लेकर चिंतित हैं कि उत्तर कोरिया से मिलने वाली सैन्य मदद के बदले में रूस उसे क्या देगा। अमेरिकी एजेंसियों को डर है कि रूस एडवांस तकनीक देकर उत्तर कोरिया की परमाणु हथियारों के विकास में मदद कर सकता है। रूस की न्यूज एजेंसी के अनुसार 9 नवंबर को पुतिन ने इस रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। रूस की संसद ने भी इसे मंजूरी दे दी है। जिससे अब यह समझौता कानून का रूप ले चुका है। बता दें कि शीत युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच यह सबसे बड़ा समझौता है। इसके मुताबिक अगर दोनों में से किसी देश पर हमला होता है, तो एक-दूसरे को सैन्य मदद उपलब्ध कराएंगे। इस समझौते बाद अब से रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरिया के शामिल होने की संभावना बढ़ गई है। उत्तर कोरिया की सेना दुनिया की बड़ी सेनाओं में शामिल उत्तर कोरिया की कोरियन पीपुल्स आर्मी दुनिया की सबसे बड़ी सेनाओं में शामिल है, जिसमें 13 लाख से ज्यादा जवान हैं। अगर उत्तर कोरिया यूक्रेन के खिलाफ जंग में शामिल होता है तो 1950-53 के कोरियाई युद्ध के बाद ये पहला मौका होगा जब उत्तर कोरिया किसी दूसरे देश के साथ जंग करेगा। अमेरिका, दक्षिण कोरिया और यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों का कहना है कि उत्तर कोरिया ने 12000 सैनिकों को यूक्रेन के खिलाफ रूस की मदद करने के लिए भेजा है। यह फैसला प्योंगयांग में हुए शिखर सम्मेलन के बाद ही लिया गया था। यूक्रेनी सैनिकों की रूस के कुर्स्क इलाके में उत्तर कोरियाई सैनिकों के साथ छोटे स्तर पर लड़ाई हुई थी। पिछले हफ्ते यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने भी कहा था कि उत्तर कोरिया के सैनिक रूस के साथ जंग में शामिल हैं, जिनसे यूक्रेनी सैनिकों की झड़प हुई है। बालेन्द्र/ईएमएस 13 नवंबर 2024