अंतर्राष्ट्रीय
12-Nov-2024


मुल्तान, इस्लामाबाद और लाहौर में सांसों पर खतरा लाहौर (ईएमएस)। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा द्वारा ली गई सैटेलाइट तस्वीरों में पाकिस्तान के लाहौर, इस्लामाबाद और मुल्तान जैसे शहरों पर छाया जहरीला धुंआ साफ देखा जा सकता है। मीडिया की खबर के अनुसार, लाहौर और मुल्तान शहर काली धुंध की चादर में लिपटे हुए हैं, जिसने सड़कों को घेर लिया है और अंतरिक्ष से इमारतों को देखना मुश्किल कर दिया है। स्विस एयर क्वालिटी टेक्नोलॉजी कंपनी आईक्यूएयर के अनुसार, मंगलवार को लाहौर में हवा दुनिया में सबसे प्रदूषित रही। दोपहर लाहौर में एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 429 था, जबकि एक इलाके में रियल टाइम एआईक्यू रीडिंग 720 थी। पाकिस्तान में वायु गुणवत्ता को लेकर यूनिसेफ ने चेतावनी जारी की है कि पंजाब में अत्यधिक प्रदूषित हवा लोगों के लिए गंभीर खतरा पैदा कर रही है, जिसमें पांच साल से कम उम्र के 11 मिलियन से अधिक बच्चे शामिल हैं।  विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण के कारण पाकिस्तान में अधिकारियों को स्कूल और सार्वजनिक स्थान बंद करने पड़े हैं, क्योंकि धुंध से लाखों लोगों के स्वास्थ्य को खतरा है। विशेषज्ञों ने कहा कि लाहौर में गंभीर प्रदूषण को अब मौसमी मानकर खारिज नहीं किया जा सकता, क्योंकि खतरनाक धुंध गर्मियों के महीनों में भी बनी रहती है, जो प्रणालीगत पर्यावरणीय कुप्रबंधन का संकेत है। यह संकट केवल पराली जलाने से ही नहीं बल्कि अनियंत्रित वाहन उत्सर्जन, पुरानी औद्योगिक प्रथाओं और अप्रभावी पर्यावरणीय निगरानी से भी उपजा है। वायु गुणवत्ता पर यूनिसेफ ने चेताया यूनिसेफ की चेतावनी में कहा गया है कि दर्जनों बच्चों समेत सैकड़ों लोगों प्रदूषण से बुरी तरह प्रभावित हैं। प्रदूषण इतना गंभीर है कि इसे अंतरिक्ष से भी देखा जा सकता है। पाकिस्तान यूनिसेफ के प्रतिनिधि अब्दुल्ला फादिल ने कहा कि पंजाब प्रांत में धुंध अभी भी बनी हुई है, इसलिए मैं उन छोटे बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में चिंतित हूं, जिन्हें प्रदूषित, जहरीली हवा में सांस लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बालेन्द्र/ईएमएस 12 नवंबर 2024