इस्लामाबाद (ईएमएस)। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हुए अरब-इस्लामिक देशों के सम्मेलन से सामने आई तस्वीरों ने पाकिस्तानियों को नाराज कर दिया है। इस समिट 50 से ज्यादा देशों के नेताओं ने हिस्सा लिया और साथ में तस्वीर भी खिंचवाई। इस तस्वीर में पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ को पीछे की लाइन में जगह मिली। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए पाकिस्तान के राजनीतिक टिप्पणीकार कमर चीमा ने कहा है कि एक तरफ तो हम न्यूक्लियर पावर होने का दंभ भरते हैं और दूसरी ओर हमें छोटे-छोटे देशों से भी पीछे जगह मिल रही है। ये पाकिस्तान की दुनिया में गिरती हैसियत को दिखा रहा है। कमर चीमा ने अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर की गई वीडियो में कहा, हम एक तरफ फिलिस्तीन के चैंपियन बनते हैं तो दूसरी ओर इस्लामिक देशों की बड़ी फौजी ताकत बनते हैं। इस सबके बावजूद हमें अरब और मुस्लिम देशों की बैठक में भी पहली लाइन में जगह नहीं मिल रही है। साफ है कि अरब भी हमें कुछ नहीं समझ रहे हैं। उनको भी लगता है कि पाकिस्तान को तो कुछ फंड देकर मनाया जा सकता है, इनकी कोई वैल्यू नहीं है। कमर चीमा ने आगे कहा कि किसी नेता का पहली या दूसरी लाइन में खड़े होने के कुछ इशारे होते हैं कि आपके देश की कीमत क्या है। सऊदी अरब के पाकिस्तान से अच्छे रिश्ते रहे हैं लेकिन ये सीधे-सीधे सऊदी की ओर से पाकिस्तान को उसकी वैल्यू बताई गई है। अगर सऊदी ने मेजबान के तौर पर इसी समिट में भारत को न्यौता दिया होता और इंडिन पीएम नरेंद्र मोदी आए होते तो फिर सोचिए क्या होता। सुबोध/१२ -११-२०२४