रियाद (ईएमएस)। सऊदी प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने गाजा और लेबनान में नरसंहार के लिए इजरायल को जिम्मेदार ठहराया है। गाजा में लड़ाई शुरू होने के बाद पहली बार सऊदी अरब ने इजरायल की इतनी कड़ी आलोचना की है। रियाद में एक समिट को संबोधित करते हुए मोहम्मद बिन सलमान ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इजरायल पर यह जिम्मेदारी डालनी चाहिए कि वह ईरान की संप्रभुता का सम्मान करे और संप्रभुता का उल्लंघन न करे। सलमान ने कहा कि फिलीस्तीन एक आजाद देश है और उसे अलग देश का दर्जा मिलना चाहिए। उन्होंने ईरान के साथ रिश्तों में सुधार का भी संकेत दिया। सलमान ने इजरायल को ईरान पर हमला न करने की चेतावनी दी और वेस्ट बैंक और गाजा से इजराइली सेना की वापसी की भी मांग की। ट्रम्प की जीत के बाद सऊदी अरब की पहल पर रियाद में मुस्लिम और अरब नेताओं ने मिडिल ईस्ट में इजरायली कार्रवाई पर चर्चा के लिए यह बैठक बुलाई गई थी। इसमें दुनिया के 50 से ज्यादा मुस्लिम देशों ने हिस्सा लिया। माना जा रहा है कि माना जा रहा है कि इस्लामिक देश ट्रम्प पर एक नैतिक दबाव बनाना चाहते हैं ताकि वो इजरायल की कार्रवाई रुकवाएं। समिट से पहले इरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने सऊदी क्राउन प्रिंस को फोन किया था। उन्होंने सऊदी अरब की इस समिट की मेजबानी करने के लिए तारीफ की। उन्होंने सलमान को बताया कि वह समिट में व्यक्तिगत तौर पर शामिल नहीं हो पाएंगे लेकिन वह ईरान के पहले डिप्टी प्रेसीडेंट को अपने प्रतिनिधि के तौर पर भेज रहे हैं। सभी मुस्लिम देशों को एकजुट होने की अपील बैठक में ईरान के उपराष्ट्रपति मोहम्मद रेज अरेफ ने गाजा में हो रही घटनाओं को एक शर्मनाक आपदा बताया और इजरायल का जवाब देने के लिए सभी मुस्लिम देशों को एकजुट होकर कार्रवाई करने की अपील की। बालेन्द्र/ईएमएस 12 नवंबर 2024