-सायबर क्राईम की फर्जी मेल आईडी तैयार किया था बैंक को मेल, मुबंई से हुआ गिरफ्तार -मनी ट्रांसफर और फोटो कॉपी की दुकान चलाता है आरोपी भोपाल(ईएमएस)। साइबर क्राइम ब्रांच, भोपाल की टीम ने एक ऐसे आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसने साइबर टीम द्वारा ठगी में उपयोग किये गये एकाउंट को फ्रीज किये जाने पर उसे अनफ्रीज करवाने के लिये सायबर क्राईम भोपाल से मिलती-जुलती फर्जी ईमेल आईडी तैयार कर बैंक को मेल किया था। पकड़ाये गये आरोपी ने प्रदेश की महिला मंत्री के बेटे से ठगी करने वाले आरोपी से कमीशन लेकर मदद करते हुए ठगी की रकम अपने एकांउट में ट्रांसफर कराई थी। पकड़ाया गया आरोपी मनी ट्रांसफर एवं जीरॉक्स की दुकान चलाता है। पुलिस ने बताया कि आरोपी किसी भी अज्ञात व्यक्ति से रूपये अपने खाते में मंगाकर कमीशन लेकर उसे दे देता है। क्राईम ब्रांच एडीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया की इसी साल मार्च माह में राजधानी में रहने वाले फरियादी अर्पित कुमार (परिवर्तित) ने शिकायत करते हुए बताया कि उसे और उसके दोस्तो को मंहिद्रा कंपनी में प्रायवेट लेबर सप्लाई एवं ट्रांसपोर्ट के लिए अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया था। फोन करने वाले ने अपना नाम आर के यादव बताते हुए उनसे पूछा कि आप लेबर सप्लाई का काम करते हैं। उनके हां कहने पर आरोपी ने उनसे टेडंर पाने के लिये क्यूआर कोड पर एक एंट्री करते हुए वेंडर कोड जनरेट कर निर्धारित शुल्क जमा करने के लिए कहा। उसके झांसे में आकर फरियादी ने अपने बैंक खाते से ठग के बताये बैंक ऑफ इण्डिया, शाखा मुम्बई में 9 बार में 3 लाख 20 हजार रूपये ट्रांसफर कर दिये। रकम मिलने के बाद जालसाज ने अपना फोन बंद कर लिया। शिकायत मिलने पर साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरु की। जॉच में पता चला कि ठगी की रकम सैफ अली चऊस नामक व्यक्ति ने अपने बैंक एकांउट में ट्रांसफर करवाकर आरोपी राकेश यादव को अपना कमीशन लेकर दे दिये थे। टीम ने उस बैंक खाते को फ्रीज करा दिया जिससे उसमें जमा रकम को ट्रांसफर या नगद नहीं निकाला जा सके। लेकिन उससे पहले आरोपी ने ठगी की सारी रकम मुम्बई के अपना सहकारी बैंक के एकाउंट में ट्रांसफर कर ली थी। साइबर क्राइम की टीम ने सहकारी बैंक के बारे में जानकारी जुटाकर उस खाते को फ्रीज करा दिया। जिससे उसमें जमा रकम को ट्रांसफर या नगद नहीं निकाला जा सके। यह दोनो खाते सैफ अली चाऊस ही इस्तेमाल करता है। बाद में आरोपी ने प्रकरण से संबधित अपना सहकारी बैंक से सायबर क्राईम भोपाल द्वारा भेजा गया नोटिस ले लिया था। उसने शातिराना अंदाज में सायबर क्राईम भोपाल की ईमेल आईडी के एक शब्द में हेरफेर करते हुए फर्जी आई तैयार की और पहले से मिल चुके नोटिस की जानकारी देकर अपने फ्रीज किये एकाउंट को अनफ्रीज कराने के लिये अपना सहकारी बैंक की इमेल आईडी पर मेल कर दिया। बैंक को मेल आईडी में शक होने पर सायबर क्राईम भोपाल से सपंर्क किया। इसके बाद टीम ने फर्जी ईमेल आईडी से संबधित जानकारी जुटाई जिसमें आरोपी सैफ अली का मोबाईल नंबर एवं इमेल आईडी लिंक होना पाया गया। सायबर क्राईम भोपाल टीम ने संदेही सैफ अली चऊस को भोपाल बुलाकर पूछताछ की और साक्ष्यो के आाधार पर साइबर क्राईम ब्रांच की फर्जी इमेल आईडी बनाकर बैंक को मेल भेजने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। उसके कब्जे से 1 मोबाईल जप्त किया गया है। अधिकारियो ने बताया की आरोपी सैफ अली चऊस पिता जुबेर चऊस (29) निवासी वडाला, मुम्बई मनी ट्रांसफर एवं जीरॉक्स की दुकान चलाता है। और किसी भी अनजा व्यक्ति से कमीशन लेकर उसकी रकम अपने खाते में मंगाकर उसे दे देता है। वहीं आरोपी के पास मनी ट्रांसफर किये जाने से संबधित कोई कागजात भी नहीं मिले है। पुलिस आरोपी से आगे की पूछताछ कर मुख्य आरोपी की धरपकड़ के प्रयास कर रही है। जुनेद / 12 नवबंर