11-Nov-2024
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लंदन (ईएमएस)। एक नई शोध में वैज्ञानिकों ने एक ऐसे पक्षी के जीवाश्म खोजे हैं, जिनका पूरे विश्व पर राज ही नहीं, बल्कि आतंक भी था। ये आतंकी पक्षी फोरस्रासिड नाम की प्रजाति के थे, जो लगभग 5 करोड़ 80 लाख साल तक पृथ्वी पर एकछत्र राज करते रहे और इस दौरान वे शीर्ष शिकारी के रूप में जाने जाते थे। शोधकर्ता वैज्ञानिकों का मानना है कि यह खोज इस दौर के जंगली जानवरों के जीवन और उनके पर्यावरण को समझने में महत्वपूर्ण साबित हो सकती है।इन विशाल पक्षियों के जीवाश्म दक्षिण अमेरिका के टाटाकोआ रेगिस्तान के रेतीले क्षेत्रों में मिले हैं। यह पक्षी मांसाहारी शिकारी थे और उनकी लंबाई करीब 10 फुट तक होती थी। उनके पास भारी लेकिन टेढ़ी चोंच होती थी, और वे तेज दौड़ने में सक्षम थे। यह पक्षी छोटे से मध्यम आकार के जानवरों का शिकार करते थे और उनका मांस खाते थे। वे अपने समय के सबसे खतरनाक शिकारी थे, जो डायनासोर के बाद आई खाली जगह को भरने में सफल हुए थे।जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के अनुसार, फोरस्रासिड समूह के पैरों की हड्डियां यह दर्शाती हैं कि ये पक्षी अपनी शिकारी क्षमता के लिए बेहद सक्षम थे। डॉ. सियोभान कुक, जो जीवाश्म विज्ञान के विशेषज्ञ हैं, का कहना है कि इस खोज से यह संभावना खुलती है कि इस प्रजाति के और भी जीवाश्म संग्रहालयों में हो सकते हैं, जिन्हें अब तक पहचान नहीं पाया गया है। उनका मानना है कि भविष्य में बेहतर तकनीकों के साथ इन पक्षियों के और अवशेष खोजे जा सकते हैं, जिससे हम इनके व्यवहार, शिकार के तरीके और आवास के बारे में और अधिक जान सकेंगे। इसके जरिए वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि वे मियोसीन युग के पारिस्थितिकी तंत्र को और अधिक समझ पाएंगे, साथ ही इन प्राचीन शिकारियों के बारे में नई जानकारी प्राप्त होगी। बता दें कि पृथ्वी पर जीवन के इतिहास में अगर हम पुराने खतरनाक जानवरों की बात करें तो सबसे पहले डायनासोर का नाम लिया जाता है। सुदामा/ईएमएस 11 नवंबर 2024