मुंबई, (ईएमएस)। महाराष्ट्र सड़क विकास निगम (एमएसआरडीसी) ने मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर 106 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं। ये कैमरे एआई-पावर्ड आईटीएमएस सिस्टम के तहत लगाए गए हैं, जिससे ट्रैफिक पुलिस के लिए गैर-जिम्मेदार ड्राइवरों के खिलाफ कार्रवाई करना आसान हो जाएगा। आईटीएमएस सिस्टम के तहत पहले चरण में 200 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें से 106 कैमरे पूरे हो चुके हैं। यह रूट 94 किलोमीटर लंबा है और इसके दोनों तरफ कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से 17 तरह के अपराधों को रिकॉर्ड किया जा सकता है। आईटीएमएस प्रणाली को महाराष्ट्र सड़क विकास निगम और राज्य परिवहन विभाग द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है। इसके तहत सड़क के दोनों ओर कुल 430 कैमरे लगाए जाएंगे। आईटीएमएस प्रणाली का उद्देश्य यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई कर यात्रा को सुरक्षित बनाना है। बता दें कि मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे पर पहले भी कई बड़े हादसे हो चुके हैं। इसके कारण अबतक दर्जनों लोगों की जान जा चुकी है और कई लोग घायल हुए हैं। इसलिए इस रूट को सुरक्षित बनाने पर जोर दिया जा रहा है। सभी टोल बूथों पर हर वाहन की नंबर प्लेट रिकॉर्ड करने के लिए कैमरों की व्यवस्था की गई है। इससे ट्रैफिक पुलिस संबंधित वाहन चालकों को ई-चालान भेज सकेगी। ई-चालान के जरिए 500 रुपये से 2 हजार रुपये तक जुर्माना वसूला जाता है। एक्सप्रेसवे के सभी प्रवेश द्वारों पर वाहन वजन जांच प्रणाली बनाई गई है। साथ ही 11 स्थानों पर मौसम पूर्वानुमान और रिकॉर्डिंग सिस्टम भी लगाए गए हैं। पर्यावरण, बंद सड़क, यातायात की स्थिति के संबंध में वाहन चालकों को उचित निर्देश देने के लिए 23 स्थानों पर व्यवस्था की गई है। टो वैन, क्रेन, एम्बुलेंस जैसे 36 आपातकालीन वाहनों को तैयार रखा गया है। संजय/संतोष झा- १० नवंबर/२०२४/ईएमएस