वॉशिंगटन(ईएमएस)। 155 दिन से अंतरिक्ष में रह रहे सुनीता विलियम्स की सेहत खराब हो रही है। उनकी हड्डियां कमजोर हो गई हैं और गाल भी पिचक गए है। इससे नासा की चिंता बढ़ी है और वैज्ञानिक उन्हे सकुशल धरती पर लाने के प्रयास कर रहे हैं। अंतरिक्ष में अपने स्वास्थ्य को बनाए रखना चुनौतीपूर्ण है, और इस समय भारतीय-अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स के वजन घटने को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं। सुनीता विलियम्स, जो जून में अपने अंतरिक्ष मिशन पर रवाना हुई थीं, अब नवंबर में अपने मिशन के 155 दिन पूरे कर चुकी हैं। इस दौरान उनके वजन में काफी कमी आई है, और नासा के डॉक्टर उनकी सेहत को लेकर चिंतित हैं। उन्हें प्रतिदिन 5,000 कैलोरी का सेवन करने की सलाह दी जा रही है, ताकि उनका वजन बढ़ाया जा सके और सेहत को सही रखा जा सके। अंतरिक्ष में रहते हुए शरीर का मेटाबॉलिज्म बदल जाता है और गुरुत्वाकर्षण की कमी के कारण मांसपेशियों और हड्डियों पर भी प्रभाव पड़ता है। नासा के अनुसार, अंतरिक्ष में तरल पदार्थ ऊपरी शरीर में जमा होने लगते हैं, जिससे ब्लड प्रेशर और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। सुनीता विलियम्स के लिए भी ये एक चुनौती बन गई है कि वे उतनी कैलोरी नहीं ले पा रही हैं जितनी की उन्हें चाहिए। मिशन की शुरुआत में उनका वजन 140 पाउंड (63 किलोग्राम) था, जो अब और कम हो गया है। इसलिए नासा के डॉक्टरों ने उन्हें 3,500 से 4,000 कैलोरी प्रतिदिन लेने की सलाह दी है। इसके बावजूद, उनके वजन को बनाए रखने के लिए 5,000 कैलोरी तक का सेवन आवश्यक हो सकता है।अंतरिक्ष में रहने के दौरान फ्रीज-ड्राई फूड और डिब्बाबंद भोजन के सेवन पर निर्भरता होती है, जैसे कि मछली, चिकन और स्नैक्स जैसे नट्स और कुकीज। सुनीता की हालिया तस्वीर में उन्हें पिज्जा का आनंद लेते हुए देखा गया है, जिसमें मसाले और अन्य खाद्य पदार्थ भी शामिल थे। नासा के डॉक्टरों का मानना है कि सुनीता को अपने डाइट प्लान में सुधार करना पड़ सकता है, ताकि उनकी जरूरत के अनुसार कैलोरी का सेवन हो सके। हालांकि नासा ने स्पष्ट किया है कि फिलहाल उनकी जान को कोई गंभीर खतरा नहीं है और वजन बढ़ाने के सभी उपाय किए जा रहे हैं। वीरेन्द्र/ईएमएस 10 नवंबर 2024