ज़रा हटके
09-Nov-2024
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वॉशिंगटन (ईएमएस)। आजकल दिल का दौरा (हार्ट अटैक) एक आम समस्या बन गई है, और यह न सिर्फ बुजुर्गों, बल्कि कम उम्र के लोगों को भी प्रभावित कर रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि गलत खानपान, सुस्त जीवनशैली, शारीरिक गतिविधियों की कमी और तनाव जैसी स्थितियों के कारण यह समस्या बढ़ रही है। हार्ट अटैक तब होता है जब दिल की धमनियों में खून का थक्का जम जाता है, जिससे रक्त का प्रवाह रुक जाता है। इसका परिणाम दिल की मांसपेशियों के कमजोर होने और उनका काम न करने में होता है, जिसे मायोकार्डियल इंफार्क्शन कहा जाता है। हालांकि हार्ट अटैक के लक्षण पुरुषों और महिलाओं में आमतौर पर समान होते हैं, लेकिन कुछ लक्षण महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अलग हो सकते हैं। ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, महिलाओं को हार्ट अटैक के दौरान कुछ विशिष्ट लक्षण दिख सकते हैं, जिन पर उन्हें विशेष ध्यान देना चाहिए। महिलाओं में हार्ट अटैक के प्रमुख लक्षण मतली: हार्ट अटैक के दौरान महिलाओं को मतली का अनुभव होना एक सामान्य लक्षण हो सकता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, महिलाएं पुरुषों की तुलना में अधिक मतली महसूस करती हैं। एक अध्ययन में पाया गया कि 34% महिलाओं को हार्ट अटैक के दौरान मतली हुई, जबकि पुरुषों में यह संख्या 22% थी। छाती में दबाव या दर्द: महिलाओं में छाती में हल्का दर्द, दबाव या जकड़न महसूस हो सकता है। यह लक्षण पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में अधिक सामान्य रूप से देखा जाता है। गर्दन, पीठ, हाथ या कंधे में दर्द: दिल के दौरे के दौरान इन हिस्सों में दर्द महसूस हो सकता है। यदि यह दर्द अचानक और बिना किसी कारण के महसूस हो, तो यह हार्ट अटैक का संकेत हो सकता है। हाथों में सुन्नता या झुनझुनी: अचानक दोनों हाथों में सुन्नता या झुनझुनी हार्ट अटैक के लक्षण हो सकते हैं। हालांकि गठिया जैसी समस्याओं से भी यह हो सकता है, लेकिन इसे दिल की समस्या से जोड़कर देखना चाहिए। सांस लेने में तकलीफ: हार्ट अटैक के दौरान सांस लेने में परेशानी हो सकती है। यह लक्षण अक्सर हल्के सिरदर्द, खांसी या घबराहट के साथ दिखाई देता है। पैनिक अटैक जैसी घबराहट: कई बार महिलाएं हार्ट अटैक के समय पैनिक अटैक जैसा महसूस कर सकती हैं, जिसमें घबराहट और अत्यधिक डर महसूस होता है। यदि महिलाएं इन लक्षणों में से कोई भी अनुभव करें, तो उन्हें तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। समय रहते इलाज और सही उपचार से हार्ट अटैक को रोका जा सकता है और जीवन बचाया जा सकता है। महिलाएं खासतौर पर इन लक्षणों के प्रति सतर्क रहें और दिल की समस्याओं को हल्के में न लें। हार्ट अटैक से बचने के लिए स्वस्थ जीवनशैली अपनाना, सही आहार और नियमित शारीरिक गतिविधि को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना जरूरी है। इसके अलावा, तनाव को नियंत्रित करना भी अत्यधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि मानसिक तनाव भी दिल के लिए हानिकारक हो सकता है। सुदामा/ईएमएस 09 नवंबर 2024