राष्ट्रीय
06-Nov-2024
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जब भाजपा-संघ संविधान पर हमला करते हैं, तो वे भारत की आवाज पर हमला करते हैं -संविधान केवल किताब नहीं, बल्कि जीवन जीने का तरीका है नागपुर (ईएमएस)। राहुल गांधी ने कहा कि जब आरएसएस और भाजपा के लोग इस (संविधान) पर हमला करते हैं, तो वे सिर्फ इस किताब (संविधान की किताब) पर हमला नहीं कर रहे होते, वे भारत की आवाज पर हमला कर रहे होते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि हमारे संस्थान संविधान से बने हैं। अगर संविधान नहीं होगा, तो कोई चुनाव आयोग नहीं होगा। आरएसएस इस (संविधान) पर सीधे हमला नहीं कर सकता। अगर वे इसके खिलाफ आगे आकर लड़ेंगे, तो वे 5 मिनट में हार जाएंगे। राहुल बुधवार को नागपुर में संविधान सम्मान सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। राहुल गांधी ने कहा कि डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने जो संविधान बनाया, वह केवल एक किताब नहीं है, बल्कि जीवन जीने का तरीका है। आरएसएस और भाजपा के लोग जब संविधान पर हमला करते हैं, तब वे देश की आवाज पर हमला कर रहे होते हैं। राहुल ने तंज कसते हुए कहा कि आरएसएस और भाजपा विकास, प्रगति और अर्थव्यवस्था, जैसे शब्दों के पीछे छिपकर हमला करने आते हैं। राहुल ने कहा कि हम हर सम्मेलन में अंबेडकर जी, गांधी जी, साहू महाराज जी समेत कई महान लोगों के बारे में बात करते हैं। लेकिन सच्चाई ये है कि जब हम इनकी बात करते हैं तो सिर्फ एक व्यक्ति की बात नहीं होती। क्योंकि इन महापुरुषों की बातों में भी करोड़ों लोगों की आवाज रहा करती थी। वे जब बोलते थे तो दूसरों का दुख, दर्द उनके मुंह से निकलता था। संविधान के पीछे की सोच हजारों साल पुरानी राहुल गांधी ने कहा कि जब आप अंबेडकर की किताबें पढ़ेंगे तो साफ दिखेगा कि वे अपनी नहीं, दूसरों की बात कर रहे हैं। अंबेडकर, गांधी जी ने कभी अपना दर्द नहीं देखा, वे सिर्फ लोगों के दर्द की बात करते हैं। जब हिंदुस्तान ने अंबेडकर जी से संविधान बनाने के लिए कहा, तो इसका मतलब था- संविधान में देश के करोड़ों लोगों का दर्द और उनकी आवाज गूंजनी चाहिए। उन्होंने कहा कि संविधान के पीछे की सोच हजारों साल पुरानी है। इसमें जो लिखा है, वही भगवान बुद्ध, महात्मा गांधी, फुले जी जैसे अनेक महापुरुषों ने कही है। इसमें लिखा है कि सभी के बीच समानता होनी चाहिए, हर धर्म, हर भाषा, हर जाति का आदर होना चाहिए। जाति जनगणना होगी तो अन्याय सामने आएगा राहुल गांधी ने कहा कि देश में जाति जनगणना होगी और इससे दलितों, ओबीसी और आदिवासियों के साथ हो रहे अन्याय का पता चलेगा। जाति जनगणना से सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा। सभी को पता चल जाएगा कि उनके पास कितनी शक्ति है और हमारी भूमिका क्या है। जाति जनगणना विकास का प्रतिमान है। उन्होंने कहा कि हम 50 प्रतिशत (आरक्षण सीमा) की दीवार भी तोड़ देंगे। राहुल ने कहा कि हमें देश को बताना होगा कि हम देश में हाशिए पर पड़े 90 प्रतिशत लोगों के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए लड़ रहे हैं।