सरकारी सब्सिडी चिंता का विषय, नई दिल्ली (ईएमएस)। आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बुधवार को विभिन्न योजनाओं के तहत सरकार की ओर से दी जा रही सब्सिडी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्यों का पूंजीगत व्यय बढ़ रहा है, लेकिन उच्च सब्सिडी व्यय चिंता का विषय है। दास मुंबई में आयोजित बीएफएसआई शिखर सम्मेलन में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि सब्सिडी व्यय बहुत अधिक है और पहली तिमाही में सरकारी व्यय जीडीपी को नीचे खींच रहा है। गवर्नर ने कहा कि सरकारी व्यय में वृद्धि शुरू हो गई है। केंद्र और राज्यों के राजस्व और पूंजीगत व्यय दोनों में वृद्धि शुरू हो गई है। सब्सिडी व्यय एक मुद्दा बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जुलाई-सितंबर तिमाही में सरकार की सब्सिडी के लिए भुगतान बढ़ा है। सरकार ने वित्त वर्ष 25 में खाद्य सब्सिडी के लिए 2,05,250 करोड़ रुपये का बजट रखा है। यह 2023-24 के लिए 2,12,332 करोड़ रुपये के संशोधित अनुमान से 3त्न कम है। सरकार ने रबी सीजन के लिए पोषक तत्व आधारित उर्वरक सब्सिडी के लिए 24,475.53 करोड़ रुपये का प्रावधान भी किया है। आरबीआई ने भारत की 2024-25 की जीडीपी वृद्धि दर 7.2 प्रतिशत आंकी है। आईएमएफ और विश्व बैंक के अनुसार यह 7.0 प्रतिशत रह सकती है। कई वैश्विक रेटिंग एजेंसियों और बहुपक्षीय संगठनों ने भी भारत के लिए अपने विकास पूर्वानुमानों को संशोधित किया है।