लंदन (ईएमएस)। ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने एक विशेष बैक्टीरिया की खोज की है, जो बीमारियां फैलाने वाले मच्छरों की वृद्धि को रोकने में सहायक हो सकता है। एक्सेटर और वगेनिंजेन विश्वविद्यालयों की शोधकर्ताओं की टीम ने दिखाया है कि यदि मच्छरों के लार्वा असाइआ बैक्टीरिया के संपर्क में आते हैं, तो उनकी वृद्धि में तेजी आती है। यह खोज डेंगू, पीला बुखार, और ज़ीका जैसी मच्छरों द्वारा फैलने वाली बीमारियों की रोकथाम में मदद कर सकती है। हाल ही में एक मैग्जीन में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, इस बैक्टीरिया ने मच्छरों के विकास के समय को एक दिन बढ़ा दिया है। यह अध्ययन इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे असाइआ बैक्टीरिया मच्छरों के जीवन चक्र को प्रभावित कर सकते हैं। इससे पहले भी ऐसे कार्यक्रम चलाए गए हैं, जिसमें बिना काटने वाले नरों को पैदा करके छोड़ा गया है, ताकि बीमारियों के प्रसार को रोका जा सके। यह तरीका कीटनाशकों के मुकाबले अधिक प्रभावी साबित हो सकता है, खासकर जब मच्छरों ने कीटनाशकों के प्रति प्रतिरोध विकसित कर लिया है। शोधकर्ता प्रोफेसर बेन रेमंड ने बताया, असाइआ बैक्टीरिया मच्छरों के स्वास्थ्य में सकारात्मक भूमिका निभा सकते हैं, लेकिन इसे एडीस इजिप्टी पर पहले कभी पूरी तरह से नहीं आजमाया गया था। हमारे अध्ययन में पाया गया कि कुछ असाइआ बैक्टीरिया इस मच्छर के लार्वा की वृद्धि को सहायक बना सकते हैं। बैक्टीरिया का प्रभाव: शोध में मच्छरों के लार्वा वाले पानी में असाइआ बैक्टीरिया मिलाए गए, और यह देखा गया कि दो विशेष प्रकार के असाइआ बैक्टीरिया लार्वा के विकास को तेज करते हैं। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बैक्टीरिया सीधे पोषण नहीं देते, बल्कि अन्य बैक्टीरिया को बदलकर लार्वा की वृद्धि को बढ़ावा देते हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया कि असाइआ बैक्टीरिया ऑक्सीजन की मात्रा को घटाकर ऐसे हार्मोन उत्पन्न करते हैं, जो लार्वा की वृद्धि को तेज करते हैं। जब लार्वा तेजी से बढ़ते हैं, तो वे जल्दी से वयस्क मच्छर बन जाते हैं, जिसका अर्थ है कि उनके पास संक्रमण फैलाने के लिए कम समय होता है। इस खोज से यह आशा जगी है कि भविष्य में मच्छरों की वृद्धि को नियंत्रित करने और उनसे होने वाली बीमारियों के प्रसार को रोकने के लिए एक नई और प्रभावी रणनीति विकसित की जा सकेगी। डेविड/ईएमएस 06 नवंबर 2024