राष्ट्रीय
01-Nov-2024


वॉशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिका ने हाल ही में यूक्रेन के खिलाफ चल रहे युद्ध में मदद के लिए चीन से विशेष समर्थन मांगा है। यह मांग तब उठी है, जब उत्तर कोरिया के सैनिकों को रूस भेजने की खबरें आई हैं, इससे अमेरिका और दक्षिण कोरिया की चिंता बढ़ गई है। अमेरिकी अधिकारियों का मानना है कि चीन को अपने प्रभाव का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि रूस और उत्तर कोरिया के बीच बढ़ते सहयोग को रोका जा सके। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार, इस सप्ताह की शुरुआत में तीन प्रमुख अमेरिकी राजनयिकों ने चीन के राजदूत के साथ मुलाकात की। बैठक में अमेरिका ने चीन से आग्रह किया कि वे उ.कोरिया और रूस के बीच सहयोग को कम करने के लिए प्रभावी कदम उठाए। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि इस चर्चा में ठोस बातें हुई हैं और चीन अमेरिका की चिंताओं से अवगत है। ब्लिंकन ने बताया कि यह सिर्फ हमारी नहीं, बल्कि दुनिया के अन्य देशों की भी चिंता है कि हमें इन गतिविधियों पर अंकुश लगाने की आवश्यकता है। दरअसल अमेरिका और दक्षिण कोरिया का कहना है कि करीब 8,000 उत्तर कोरियाई सैनिक वर्तमान में रूस में हैं, जो यूक्रेनी सैनिकों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे हैं। इस स्थिति ने अमेरिका और उसके सहयोगियों के बीच चिंताएं बढ़ा दी हैं, क्योंकि यह सहयोग यूक्रेन के खिलाफ संघर्ष को और बढ़ा सकता है। वहीं वाशिंगटन में चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंगयु ने बयान दिया, जिसमें उन्होंने कहा कि चीन की स्थिति यूक्रेन संकट पर स्पष्ट और तर्कसंगत है। उन्होंने उल्लेख किया कि चीन इस संकट के राजनीतिक समाधान और शांति वार्ता के लिए प्रयासरत है। लियू ने कहा कि चीन इस दिशा में एक रचनात्मक भूमिका निभाने का प्रयास करता रहेगा। चीन द्वारा इस मुद्दे पर अभी तक कोई सार्वजनिक टिप्पणी नहीं की गई है, जिससे यह स्पष्ट नहीं हो पा रहा है कि चीन कितनी गंभीरता से अमेरिका की चिंताओं पर विचार करेगा। इस बीच, अमेरिका और दक्षिण कोरिया की निगाहें इस बात पर हैं कि चीन अपने प्रभाव का सही इस्तेमाल कर दोनों देशों के बीच बढ़ते सहयोग को रोकने में सक्षम होगा या नहीं। आशीष दुबे / 01 नंवबर 2024