राष्ट्रीय
22-Oct-2024


- छह दिन पहले ही मजदूरों के इलाज के लिए हुए थे नियुक्त जम्मू,(ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकी हमले में सात लोगों की जान चली गई थी उसमें डॉक्टर शाहनवाज अहमद डार भी मारे गए थे। उन्होंने 12 दिन पहले ही अपनी बेटी की शादी की थी और वह अपनी बेटी को मायके लाने के लिए उसकी ससुराल जाने वाले थे। डॉक्टर शाहनवाज के बेटे ने बताया कि उनके पिता इस सुरंग में काम करने के लिए छह दिन पहले ही गए थे। डॉक्टर शाहनवाज का शव जब बड़गाम के नदिगाम गांव में पहुंचा तो यहां पूरा गांव उन्हें श्रद्धांजलि देने उमड़ पड़ा। उनकी बेटी भी पहुंची, जिसे लाने वह उसकी ससुराल जाने वाले थे। उनके गांव के लोग डॉक्टर शाहनवाज को भगवान की तरह पूजते थे। वह बहुत ही मिलसार और अच्छे इंसान थे। वह इस गांव के इकलौते डॉक्टर थे, जो लोगों का इलाज करते थे। डॉक्टर के बेटे मोहसिन ने बताया कि उनके पापा को गांदरबल की इस सुरंग में मजदूरों का इलाज करने के लिए छह दिन पहले ही रखा गया था। बता दें गांदरबल के सोनमर्ग में निर्माणाधीण सुरंग की साइट पर रविवार रात को आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई थी। इस हमले में एक डॉक्टर और तीन गैर कश्मीरी मजदूर शामिल थे। पांच अन्य घायल हुए थे। ये हमला तब हुआ जब गांदरबल के गुंड में सुरंग परियोजना पर काम कर रहे मजदूर और अन्य कर्मचारी देर शाम अपने शिविर में लौट आए थे। सिराज/ईएमएस 22अक्टूबर24