राष्ट्रीय
21-Oct-2024
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पीएम मोदी ने लोगों को संबोधित करके कहा नई दिल्ली (ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि 21वीं सदी भारत की सदी क्यों है, देश किस तरह तेजी से आगे जा रहा है और दुनिया भर के निवेशक भारत की सबसे तेज बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था बनने को लेकर कैसे उत्साहित हैं। यह बताता हैं कि 21वीं सदी भारत की ही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, भारत की तेज वृद्धि-दुनिया में सबसे तेज-और देश में बुनियादी ढांचे के निर्माण को देखकर कई वैश्विक रेटिंग एजेंसियों ने भारत के विकास के पूर्वानुमान को अपग्रेड किया है। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के निवेशक भारत के विकास पर उत्सुकता से देख रहे हैं और सबसे तेजी से बढ़ते बाजार में निवेश करने को लेकर उत्साहित हैं। पीएम मोदी ने भारत को एक उभरती हुई शक्ति करार देकर कहा कि यह समय में जब दुनिया में उथल-पुथल मची हुई है, वह उम्मीद की एक किरण बना है तथा आशा का संचार कर रहा है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत हर क्षेत्र में तेजी से विकास कर रहा है और इसका पैमाना अप्रत्याशित है। उन्होंने कहा, आज जब चर्चा का केंद्र चिंता ही है, तब भारत में चर्चा का विषय है भारत की शताब्दी। दुनिया में मची उथल-पुथल के बीच भारत उम्मीद की एक किरण बना है। जब दुनिया चिंता में है, तब भारत आशा का संचार कर रहा है। मोदी ने कहा कि हालांकि भारत की अपनी चिंताएं हैं, लेकिन इसमें सकारात्मकता की भावना है जो सभी भारत के लिए महसूस भी करते हैं। उन्होंने कहा, हमारी सरकार तेजी से नीतियां बना रही है, निर्णय ले रही है, नए सुधार कर रही है। उन्होंने कहा, आज भारत हर सेक्टर में, हर क्षेत्र में जिस तेजी से काम कर रहा है, वह अभूतपूर्व है। भारत की गति, भारत का पैमाना अप्रत्याशित है। प्रधानमंत्री ने मोदी 3.0 के शुरुआती 125 दिनों में किए गए विभिन्न कार्यों का उल्लेख कर कहा कि अब भारत भविष्य की सोच के साथ आगे बढ़ रहा है और यह 2047 तक विकसित भारत बनाने के संकल्प में भी दिखता है। उन्होंने कहा, हमने गरीबों के लिए 3 करोड़ घरों के निर्माण, 9 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और 15 नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने दूरसंचार और डिजिटल भविष्य, वैश्विक सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र, वैश्विक फिनटेक उत्सव से संबंधित कार्यक्रमों में भी भाग लिया और नागरिक उड्डयन और नवीकरणीय ऊर्जा के भविष्य पर चर्चा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का आयोजन किया। उन्होंने कहा, ये आयोजन उस विश्वास को प्रदर्शित करते हैं जो दुनिया का भारत में है। आशीष दुबे / 21 अक्टूबर 2024