खेल
20-Oct-2024
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बेंगलुरु (ईएमएस)। खेले जा रहे न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में युवा बल्लेबाज सरफराज खान ने अपने टेस्ट करियर का पहला शतक जड़कर न केवल भारतीय टीम को मुश्किल हालात से बाहर निकालने की कोशिश किया हैं, बल्कि यह भी साबित कर दिया कि वह महज स्थानापन्न खिलाड़ी नहीं हैं। शुभमन गिल की चोट के कारण अंतिम एकादश में शामिल हुए सरफराज ने शानदार 150 रन बनाए और ऋषभ पंत (99) के साथ मिलकर 177 रनों की अहम साझेदारी की। उनकी इस पारी ने भारत को पहली पारी में 356 रन से पिछड़ने के बावजूद मैच में बनाए रखा और न्यूजीलैंड के सामने 107 रन का लक्ष्य रखा। सरफराज खान के लिए यह शतक खास था क्योंकि यह उनके बचपन का सपना था। उनके पिता नौशाद का भी सपना था कि उनका बेटा टेस्ट क्रिकेट में बड़ा स्कोर बनाए। मैच के बाद सरफराज ने संवाददाता सम्मेलन में अपने पिता का जिक्र करते हुए कहा, मैं अपने पिता से अक्सर बात करता हूं क्योंकि वह मुझे हर समय प्रेरित करते रहते हैं। भारत के लिए खेलते हुए यह मेरा पहला शतक था, और यह मेरे लिए बहुत खास है। सरफराज जानते हैं कि भारतीय टीम के मध्यक्रम में जगह बनाना आसान नहीं है, लेकिन उन्होंने कहा कि वह भविष्य के बारे में ज्यादा नहीं सोचते। मैं अब केवल वर्तमान में जीना चाहता हूं, उन्होंने कहा, यह बताते हुए कि भविष्य की चिंता करने से उनका वर्तमान प्रभावित हो सकता है। सरफराज ने अपनी पारी के दौरान न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों की शॉर्ट पिच गेंदों पर बेहतरीन ऑफ साइड खेल का प्रदर्शन किया। उन्होंने अपने 150 रन में से 83 रन ऑफ साइड में बनाए। उन्होंने कहा, मैं ऊंची उठती गेंदों को खेलना पसंद करता हूं। मुंबई में उछाल भरी पिचों पर मैं नियमित रूप से अभ्यास करता हूं, जिससे मुझे ऐसी गेंदों को खेलने में आसानी होती है। सरफराज ने ऋषभ पंत के साथ चौथे विकेट के लिए 177 रन जोड़े। पंत, जो अपनी चोट से उबर रहे थे, शुरुआत में लय हासिल करने के लिए संघर्ष कर रहे थे। ऐसे में सरफराज ने पहले घंटे में न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाजों का सामना किया और स्पिनरों के आने के बाद पंत को स्ट्राइक दी, जिससे पंत अपनी शैली में बल्लेबाजी कर सके। डेविड/ईएमएस 20 अक्टूबर 2024