राज्य
19-Oct-2024
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युद्ध तीन साल से चल रहा फिर खाद संकट के लिए सरकार ने समय पर प्रबंधन क्यों नहीं किया गया ? भोपाल (ईएमएस)। प्रदेश में डीएपी खाद संकट को लेकर सियासत तेज हो गई है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर संकट के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया और सर्वदलीय समिति के गठन की मांग की है। दरअसल कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना द्वारा प्रदेश में डीएपी संकट के लिए रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को कारण बताने के बाद, उमंग सिंघार ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखा है। सिंघार ने पत्र में कहा है कि युद्ध तो तीन साल से चल रहा है, फिर इस संकट के लिए समय पर प्रबंधन क्यों नहीं किया गया? सिंघार ने इस मामले में सर्वदलीय कमेटी बनाने और खाद वितरण की निगरानी करने की मांग प्रधानमंत्री से की है। साथ ही उन्होंने कहा है कि अन्य देशों से खाद का आयात बढ़ाया जाना चाहिए। डीएपी खाद के संकट को लेकर लिखे पत्र में सिंघार ने कहा है कि देश और प्रदेश के किसानों को डीएपी खाद की किल्लत का सामना करना पड़ रहा है। अब जबकि रबी फसल की तैयारी शुरू हो चुकी है, तो किसानों के लिए आवश्यक खाद का न मिलना चिंताजनक है। खाद की अनुपलब्धता से किसानों की फसल उत्पादकता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इसलिए प्रधानमंत्री का हस्तक्षेप आवश्यक हो गया है। सिंघार ने बताया कि मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना ने खाद की कमी के लिए रूस-यूक्रेन युद्ध को कारण बताया है। ध्यान देने वाली बात यह है कि यह युद्ध पिछले तीन साल से चल रहा है। इस दौरान भी खाद की आपूर्ति किसी न किसी रूप में जारी रही है। अचानक ऐसी स्थिति पैदा होना चिंताजनक है, और समस्या को गहराई से समझने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि कृषि देश की अर्थव्यवस्था का आधार स्तंभ है, और देश की आधी आबादी अपनी आजीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। किसानों की समस्याओं की अनदेखी करने से न केवल उनकी आजीविका प्रभावित होगी, बल्कि देश की खाद्य सुरक्षा भी खतरे में पड़ जाएगी। सिंघार ने यह भी कहा है कि इस मुद्दे पर केंद्रीय कृषि मंत्री को भी ध्यान देने की आवश्यकता है। 19 अक्टूबर, 2024