राष्ट्रीय
18-Oct-2024


मुंबई, (ईएमएस)। दिवाली के मौके पर मिठाइयां बनाने के लिए ड्राई फ्रूट्स का सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है। साथ ही लोग एक दूसरे को दीवाली गिफ्ट के तौर पर ड्राई फ्रूट्स देना पसंद करते हैं। दशहरा-दिवाली के दौरान बाजार में ड्राई फ्रूट्स की मांग अधिक होती है। इस साल दुनिया में ज्यादातर सूखे मेवों के उत्पादन पर बड़ा असर पड़ने के कारण इस साल ज्यादातर सूखे मेवों की कीमत में 20 से 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। बादाम, काजू, अखरोट, किशमिश आदि के दाम बढ़ गये हैं। पिछले साल काजू की कीमत 550 से 800 रुपये प्रति किलो थी। वहीं इस साल काजू की कीमत 1 हजार से 1200 रुपये प्रति किलो तक हो गई है। इस साल सूखे मेवों के दाम आम लोगों की पहुंच से बाहर हो गए हैं। मालूम हो कि दिवाली के दौरान सूखे मेवों की मांग अधिक होती है क्योंकि ये टिकाऊ होते हैं। हालांकि इस साल मुख्य रूप से ड्राई फ्रूट्स की कीमतों में बढ़ोतरी के कारण इस बार दिवाली काफी महंगी रहने वाली है। विदेशों में ड्राई फ्रूट्स की कीमतें करीब 30 फीसदी तक बढ़ गई हैं। इसे ईरान-यूक्रेन युद्ध का एक बड़ा परिणाम माना जा रहा है। अफ्रीका और ब्राजील से आने वाले काजू, अंजीर, बादाम, खजूर, किशमिश की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही इस साल बारिश के कारण देश में उत्पादन कम हुआ है, इसलिए इस साल आवक कम है। इसका असर सभी प्रकार के सूखे मेवों पर पड़ा है। पिछले साल दिवाली के दौरान काजू करीब 800 रुपये प्रति किलो के भाव पर उपलब्ध था, इसलिए यह आम आदमी की पहुंच में था। लेकिन इस साल काजू की कीमत 1 हजार का आंकड़ा पार कर 1200 रुपये तक पहुंच गई है। इससे ऐसा लग रहा है कि इस साल नाश्ते से काजू गायब हो जायेगा। यही वजह है कि इस साल बढ़ती महंगाई के कारण दिवाली आम लोगों की पहुंच से दूर होने की संभावना जताई जा रही है। संजय/संतोष झा- १७ अक्टूबर/२०२४/ईएमएस