राष्ट्रीय
18-Oct-2024


-आरटीआई से हुआ खुलासा, सरकार पर उठ रहे सवाल मुंबई,(ईएमएस)। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज चुका है। मध्य प्रदेश की तर्ज पर महाराष्ट्र सरकार ने सीएम एकनाथ शिंदे मांझी लाडकी बहिन योजना शुरू की है। सरकार ने इस योजना के प्रचार-प्रसार में करीब 200 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। इसका खुलासा सूचना के अधिकार (आरटीआई) से हुआ है। सरकार ने सिर्फ एक योजना का प्रचार करने लिए करीब 200 करोड़ रुपये खर्च कर डाले। बाकी योजनाओं की बात तो अलग ही है। महाराष्ट्र सरकार ने इसी साल जुलाई में लाडली बहिन योजना शुरु की थी। इस योजना के तहत महिलाओं को हर माह 1500 रुए दिए जा रहे हैं, लेकिन महाराष्ट्र सरकार ने योजना के प्रमोशन के लिए मात्र चार महीने में ही 199,81,47,436 करोड़ खर्च कर दिए हैं। शिंदे सरकार ने लाडली बहिन योजना के लिए हर साल 46 हजार करोड़ का बजट पास किया है। सरकार ने सिर्फ एक योजना के लिए चार महीने में करीब 200 करोड़ खर्च कर दिए, जो अब सवालों के घेरे में है। अमरावती के एक आरटीआई कार्यकर्ता ने सरकार से सूचना के अधिकार के तहत इसकी जानकारी मांगी थी। इसका जवाब सरकार ने दिया और बताया कि विविध माध्यमों द्वारा सरकार ने इसके प्रचार-प्रसार में 199,81,47,436 यानी करीब 200 करोड़ रुपए खर्च किए हैं। अब इस जानकारी के बाद आरटीआई कार्यकर्ता ने सरकार पर सवाल उठाया है कि अगर यह योजना इतनी लाभकारी है तो उसे इतना प्रचारित करने की जरूरत क्यों पड़ी? जनता के टैक्स के पैसे की बर्बादी सरकार ने क्यों की? ये आंकड़ा सिर्फ प्रचार प्रसार का है। वहीं सरकार ने इस योजना के लिए कई कार्यक्रम और रैलियां की हैं जिसमें करोड़ों रुपये खर्च किए हैं। अगर इसे भी जोड़ दिया जाए तो ये खर्च का कुल आंकड़ा 500 करोड़ तक भी पहुंच सकता है। बता दें कि महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव एक ही चरण में 20 नवंबर को होना है। वोटों की गिनती 23 नवंबर को होगी। देखने होगा कि शिंदे सरकार की यह योजना का असर लोगों पर कितना हुआ है। सिराज/ईएमएस 18अक्टूबर24