व्यापार
18-Oct-2024
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- सेंसेक्स 275 अंक फिसला, निफ्टी 24,675 पर मुंबई (ईएमएस)। वै‎श्विक बाजारों से ‎मिले कमजोर संकेतों और अक्टूबर के दौरान एफआईआई की लगातार बिकवाली से बाजार के प्रदर्शन पर दबाव बना हुआ है। ‎जिससे शुक्रवार के कारोबारी ‎दिन शेयर बाजार ‎गिरावट के साथ खुले। शुक्रवार को बीएसई सेंसेक्स 277 अंकों की गिरावट के साथ 80,729 पर खुला, जो 0.34 प्रतिशत की कमी दर्शाता है, जबकि निफ्टी 50 इंडेक्स 75 अंक गिरकर 24,675 पर पहुंचा, जो 0.3 प्रतिशत की गिरावट है। विदेशी निवेशकों की लगातार जारी बिकवाली के बीच भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार तीसरी ट्रेडिंग सेशन में गिरावट दर्ज की गई। रियल्टी, ऑटो, कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी और कंज्यूमर ड्यूरेबल शेयरों में भारी बिकवाली ने भी बाजार को नीचे खींच लिया। वहीं बीएसई सेंसेक्स गुरुवार को 81,758 अंक पर हरे निशान में खुला। हालांकि बाजार ज्यादा देर तक तेजी को बनाए नहीं रख सका और अंत में 494.75 अंक गिरकर 81,006.61 के स्तर पर बंद हुआ। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ़्टी-50 भी 221.45 अंकों की बड़ी गिरावट के साथ 24,749.85 अंक के स्तर क्लोज हुआ। निफ्टी-50 की 41 कंपनियों के शेयर लाल जबकि सिर्फ 9 के शेयर हरे निशान में रहे। वहीं डाउ जोंस गुरुवार को बढ़त के साथ बंद हुआ, जो पांच सत्रों में चौथी बार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा। इस बढ़त को उम्मीद से बेहतर रिटेल सेल्स ने मजबूत किया, जो सितंबर में 0.4 प्रतिशत बढ़ी, अगस्त के 0.1 प्रतिशत के मुकाबले और अनुमानित 0.3 प्रतिशत वृद्धि से ज्यादा रही। इसके अलावा अमेरिका में बेरोजगारी दावे 12 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह के लिए 19,000 कम हुए, जो तीन महीनों में सबसे बड़ी गिरावट है। कुल दावे 2,41,000 पर आए, जो अपेक्षित 2,60,000 से काफी कम हैं। सितंबर में औद्योगिक उत्पादन 0.3 प्रतिशत घटा, जो 0.2 प्रतिशत की गिरावट के अनुमान से अधिक है। अगस्त में औद्योगिक उत्पादन 0.3 प्रतिशत की संशोधित वृद्धि दर्ज की गई थी। इसी दौरान मैन्युफैक्चरिंग आउटपुट भी 0.4 प्रतिशत गिरा, जबकि 0.1 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान लगाया गया था। इसके बावजूद, डॉव 0.37 प्रतिशत बढ़कर बंद हुआ, जबकि नैस्डैक 0.04 प्रतिशत की मामूली बढ़त पर रहा। हालांकि, S&P 500 0.02 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ। अब निवेशक आने वाले हाउसिंग स्टार्ट्स और बिल्डिंग परमिट्स के आंकड़ों के साथ-साथ फेडरल रिजर्व अधिकारियों, जिसमें अटलांटा फेड प्रेसिडेंट राफेल बस्टिक और मिनियापोलिस फेड प्रेसिडेंट नील कशकरी शामिल हैं, के बयानों पर नजर बनाए रखेंगे। एशिया-प्रशांत बाजारों में शुक्रवार को मिला-जुला रुख देखने को मिल रहा है क्योंकि निवेशकों को चीन के प्रमुख आर्थिक आंकड़ों और जापान के मुद्रास्फीति आंकड़ों का इंतजार था। चीन की तीसरी तिमाही की GDP में 4.5 प्रतिशत की वृद्धि का अनुमान है, जो पिछली तिमाही के 4.7 प्रतिशत से कम है। साथ ही, सितंबर का हाउस प्राइस इंडेक्स भी जल्द जारी किया जाएगा। सतीश मोरे/18अक्टूबर ---