राज्य
17-Oct-2024


दमोह (ईएमएस)। बुंदेलखंड का पहला और मप्र का तीसरा सहस्त्रकूट है। जो 135 फीट ऊँचा है। इसमें 1008 जिन प्रतिमाओं के दर्शन होते हैं। यह कुंडलपुर तीर्थ स्थल का एक प्रमुख आकर्षण है। कुंडलपुर में नवनिर्मित यह सहस्त्रकूट बुंदेलखंड के पवित्र धार्मिक स्थलों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इस मंदिर में जिन प्रतिमाओं की ऊँचाई 21 से 27 इंच की हैं। सहस्त्रकूट मे महावीर स्वामी और अन्य तीर्थंकरों की प्रतिमाओं का खास महत्व है। इसके निर्माण में 500 किलों से भी अधिक धातु का प्रयोग किया गया है। यह सहस्त्रकूट भगवान महावीर स्वामी की विशेष शिक्षाओं और अहिंसा के संदेश का प्रतीक है। धार्मिक पर्यटन के रूप में कुंडलपुर तीर्थ स्थल बुंदेलखंड और आसपास के क्षेत्रों के  सांस्कृतिक धरोहर और तीर्थ क्षेत्र के रूप मे सारे देश मे जाना जाता है। केवल जैन समुदाय के लिए नही बल्कि अन्य धर्मों के अनुयायियों को भी आकर्षित करता है। इस विशाल और सुंदर संरचना के दर्शन से श्रद्धालु धर्म और संस्कृति के प्रति नई ऊर्जा मिलती है। कुंडलपुर तीर्थ स्थल पर आने वाले श्रद्धालु इस सहस्त्रकूट के दर्शन कर धार्मिक और आध्यात्मिक संतोष प्राप्त करते हैं, जो उन्हें उनके जीवन में शांति और संतुलन की ओर प्रेरित करता है। एस जे/17 अक्टूबर24