राज्य
17-Oct-2024
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-वाटर कैनन का इस्तेमाल बीना (ईएमएस)। बीना से कांग्रेस विधायक निर्मला सप्रे के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया, जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच टकराव हुआ। कांग्रेस कार्यकर्ता विधायक के घर और कार्यालय पर पार्टी का झंडा लगाने के लिए पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने वाटर कैनन का इस्तेमाल करके उन्हें रोक दिया। गुरुवार दोपहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता सर्वोदय चौराहे पर इकट्ठा हुए। वे विधायक निर्मला सप्रे के घर और कार्यालय की ओर बढ़ रहे थे। पुलिस ने अंबेडकर तिराहे पर बैरिकेडिंग कर उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग हटाकर आगे बढ़ने की कोशिश की, जिससे पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि विधायक निर्मला सप्रे भाजपा में शामिल हो चुकी हैं, लेकिन उन्होंने अभी तक इस्तीफा नहीं दिया है। कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा, विधायक सप्रे ने 10 अक्टूबर को विधानसभा को यह जवाब दिया है कि उन्होंने भाजपा की सदस्यता नहीं ली है और कांग्रेस नहीं छोड़ी है। अगर वह कांग्रेस में हैं, तो कांग्रेस का झंडा लगाने से उन्हें क्या आपत्ति है? प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने सागर जिले सहित अन्य क्षेत्रों से भी पुलिस बल बुलाया। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि विधायक सप्रे ने अपने ही पार्टी कार्यकर्ताओं पर पुलिस से वाटर कैनन चलवाई, जो उनके लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका कहना है कि वे केवल यह जानना चाहते हैं कि विधायक सप्रे कांग्रेस की सदस्य हैं या नहीं। - सप्रे का कांग्रेस छोड़ने से इनकार विधायक निर्मला सप्रे ने कांग्रेस छोड़ने से इनकार कर दिया है। 10 अक्टूबर को विधानसभा को दिए अपने जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने भाजपा की आधिकारिक सदस्यता नहीं ली है। हालांकि, इस साल 5 मई को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की उपस्थिति में उन्हें भाजपा का दुपट्टा पहनाया गया था, जिसके बाद से कांग्रेस कार्यकर्ता उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे। -भाजपा अध्यक्ष का बयान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने भी इस मामले पर कहा कि विधायक सप्रे ने आधिकारिक रूप से भाजपा की सदस्यता नहीं ली है। ऐसे में इस्तीफे की मांग का कोई आधार नहीं है।