अहमदाबाद,(ईएमएस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जीएसटी धोखाधड़ी से जुड़े धन शोधन मामले में गुजरात के कई शहरों में छापे मारे जिसमें गुजरात पुलिस ने एक पत्रकार समेत आठ लोगों को हिरासत में लिया है। सूत्रों ने बताया कि धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज करने के बाद संघीय एजेंसी ने राजकोट, जूनागढ़, अहमदाबाद, भावनगर और वेरावल शहरों में करीब 23 परिसरों पर छापे मारे। इस मामले में गिरफ्तार पत्रकार महेश लांगा एक प्रमुख अखबार में काम करते हैं जिनके परिसरों पर भी छापे की कार्रवाई की जा रही है। धन शोधन का यह मामला अहमदाबाद पुलिस अपराध शाखा की प्राथमिकी से संबंधित है। अहमदाबाद पुलिस की अपराध शाखा ने फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ (आईटीसी) और धोखाधड़ी वाले लेनदेन के जरिए सरकार को धोखा देने के इरादे से फर्जी कंपनियों से जुड़े एक कथित घोटाले को लेकर केंद्रीय जीएसटी से मिली शिकायत के बाद कई व्यक्तियों और संस्थाओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी। पत्रकार लांगा और सात अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार तब किया जब केंद्रीय जीएसटी ने जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल कर उनकी पत्नी और पिता के नाम पर बनाई गई फर्जी कंपनियों में कुछ संदिग्ध लेनदेन पाया गया । अपराध शाखा के मुताबिक देशभर में 200 से ज्यादा फर्जी कंपनियां संगठित तरीके से फर्जी ‘इनपुट टैक्स क्रेडिट’ के जरिए सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचा रही थीं और इन कंपनियों को बनाने के लिए जाली दस्तावेजों और पहचान पत्रों का इस्तेमाल किया गया था। सिराज/ईएमएस 17अक्टूबर24