व्यापार
15-Oct-2024
...


मुंबई (ईएमएस)। देश का सबसे बड़ा आईपीओ हुंडई मोटर्स इं‎डिया ‎लिमिटेड (एचएमआई) मंगलवार से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है। इस आईपीओ के लेकर निवेशकों में काफी उत्साह देखा गया था। करीब 2 सप्ताह पहले जब अनलिस्टेड मार्केट में इस शेयर की ट्रेडिंग शुरू हुई थी, तब ये 570 रुपए के जीएमपी पर था यानी वहां से इसमें काफी बड़ी गिरावट आ चुकी है। बीएसई आंकड़ों के अनुसार हुंडई का आईपीओ पहले ही दिन मंगलवार को 11:09 बजे तक 8 फीसदी सब्सक्राइब किया गया। निवेशक इस इश्यू में 17 अक्टूबर तक पैसे लगा सकते हैं। इसके लिए प्राइस बैंड 1,865 से ​​1,960 रुपए प्रति इक्विटी शेयर तय किया गया है। बता दें कि साउथ कोरियाई वाहन मैन्युफैक्चरिंग हुंडई की भारतीय यूनिट हुंडई मोटर इंडिया लिमिटेड ने अपने आईपीओ से एक दिन पहले सोमवार को एंकर निवेशकों से 8,315 करोड़ रुपए जुटा लिए थे। यह आईपीओ 27,870 करोड़ रुपए (लगभग 3.3 अरब डॉलर) का है। इससे पहले एलआईसी आईपीओ का साइज 21,000 करोड़ रुपए का था। इनके अलावा, भारत में पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस नवंबर, 2021 में 18,300 करोड़ रुपए का आईपीओ लेकर आई थी। इसके अलावा कोल इंडिया लिमिटेड ने अक्टूबर, 2010 में 15,199 करोड़ रुपए का आईपीओ पेश किया था। रिलायंस पावर ने जनवरी, 2008 में 11,563 करोड़ रुपए का आईपीओ पेश किया और जनरल इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया अक्टूबर, 2017 में 11,176 करोड़ रुपए का आईपीओ लेकर आई थी। कंपनी के शेयर ग्रे मार्केट में 40 रुपए प्रीमियम के साथ उपलब्ध हैं। इसका मतलब है कि हुंडई मोटर के शेयर 2 फीसदी प्रीमियम के साथ 2000 रुपए पर लिस्ट हो सकते हैं। बता दें कि ग्रे मार्केट में अब तक यह शेयर 92 फीसदी लुढ़क चुका है। एनालिस्ट इसे निगेटिव लिस्टिंग का भी संकेत मान रहे हैं। बता दें कि 27 सितंबर को यह शेयर ग्रे मार्केट में 570 रुपए के भाव पर उपलब्ध थे। तब से अब तक में ग्रे मार्केट में यह शेयर हर दिन लुढ़क रहा है। कंपनी ने 1996 में भारत में परिचालन शुरू किया था और यह विभिन्न खंडों में 13 मॉडल बेच रही है। यह आईपीओ भारतीय उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि दो दशक के बाद कोई वाहन विनिर्माता कंपनी अपना आईपीओ ला रही है। इससे पहले जापान की वाहन विनिर्माता कंपनी मारुति सुजुकी 2003 में आईपीओ लाई थी। एचएमआईएल ने उम्मीद जताई है कि इक्विटी शेयरों की सूचीबद्धता से कंपनी की दृश्यता और ब्रांड छवि बढ़ेगी तथा शेयरों के लिए तरलता और सार्वजनिक बाजार उपलब्ध होगा। इस विशाल आईपीओ के साथ हुंडई मोटर इंडिया देश में अपने वाहनों की मजबूत मांग का लाभ उठाना चाहती है। कंपनी को इस पेशकश से निवेशकों की महत्वपूर्ण रुचि आकर्षित होने की उम्मीद है। सतीश मोरे/15अक्टूबर ---