ज़रा हटके
13-Oct-2024
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-ट्रूडो सरकार की कठोर नीतियों ने की कोचिंग सेंटर व एजेंटों की दुकानें बंद नई दिल्ली (ईएमएस)। लुधियाना में ट्रैवल इंडस्ट्री और आईलेट्स कोचिंग व्यवसाय जोनदार कमाई कर रहे थे, लेकिन अब सब खत्म होता नजर आ रहा है। वजह है कनाडा और भारत में तनाव। वीज़ा अस्वीकृतियों में बढ़ोतरी और जस्टिन ट्रूडो सरकार द्वारा प्रवासियों के प्रवाह को रोकने के लिए अपनाई जा रही कठोर नीतियों ने पंजाब-कनाडा के सपने को धूमिल कर दिया है। कोचिंग सेंटरों से लेकर वीज़ा सलाहकारों और एजेंटों तक सैकड़ों व्यवसायों को अपनी दुकानें बंद करनी पड़ी हैं। एक समय था जब ट्रैवल एजेंट के पास खाने का वक्त नहीं था लेकिन अब कई आफिस बंद हो चुके हैं। इसके लिए कनाडा जिम्मेदार है। एक साल पहले विदेश जाने के इच्छुक छात्रों में आईलेट्स की कोचिंग की होड़ मची थी। हालात यह थे कि सुबह से लेकर रात तक बैच में सैकड़ो बच्चे पढ़ने जाते थे। इस साल एक कोचिंग सेंटर में सिर्फ़ 10-15 छात्रों ने ही एडमिशन लिया है और उनमें से ज़्यादातर ने बीच में ही जाना बंद कर दिया। इन हालातों का कारण है कनाडा और भारत के बीच बढ़ता तनाव। जानकारों के मुताबिक पिछले कुछ महीनों में उद्योग के आईलेट्स कोचिंग वॉल्यूम में करीब 80 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि वीजा प्रोसेसिंग सेवा की आवश्यकताओं में 60-70 फीसदी की कमी आई है। दिसंबर 2023 से अब तक पंजाब में करीब 35 फीसदी वीजा इमिग्रेशन केंद्र बंद हो चुके हैं। इस साल की शुरुआत में नीतियों में संशोधन के बाद कनाडा जाने के लिए 37 लाख रुपए खर्च करने पढ़ रहे हैं। इसी वजह से छात्रों ने अब विदेश में पढ़ाई करने का प्लान छोड़ दिया है। कनाडा जाने का क्रेज कम होने में बेरोज़गारी बड़ा कारण मानी जा रही है। कनाडा में बढ़ती हुई बेरोजगारी की खबरों के चलते पंजाबियों को वेट एंड वाच की स्थिति में डाल दिया है। आईलेट्स सेंटर, एयर टिकट, पासपोर्ट एजेंट, वीजा एजेंट सबके ऑफिस खाली पड़े हैं। स्टाफ को सैलरी देने के पैसे तक नहीं हैं। पढ़ने वाले छात्र अब भारत के कॉलेजों में ही दाखिला ले रहे हैं। अगर हालात मंदी के रहते तो कुछ महीनो में आधे से ज्यादा ट्रेवल एजेंट नजर नहीं आएंगे, क्योंकि एजेंटो ने अपने ऑफिस इतने आलीशान बनाये हुए हैं, जिसके खर्चे निकलना उनके बस की बात नहीं पर ठग ट्रेवल एजेंटो को कोई फर्क नहीं वो पहले की तरह आज भी लोगों को ठग रहे हैं। भारतीयों ने अवैध रूप से देशों में प्रवेश करने के लिए डंकी मार्ग अपनाना शुरू कर दिया। दिसंबर 2023 से, पांच हजार से ज्यादा भारतीय अवैध रूप से कनाडा की सीमा से संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रवेश कर चुके हैं, जो कुख्यात मेक्सिको सीमा से देश में प्रवेश करने वाले लोगों की संख्या से ज्यादा है। यूनाइटेड किंगडम में बंदरगाह पर शरण मांगने वाले भारतीयों की संख्या भी आसमान छू रही है। सिराज/ईएमएस 13 अक्टूबर 2024