बीजिंग (ईएमएस)। चीन घटती जनसंख्या को लेकर परेशान है। इससे सामाजिक और आर्थिक दुष्परिणाम सामने आने लगे हैं। अब चीन ऐसी नीति पर विचार कर रहा है जिससे वहां की जनसंख्या को बढ़ाया जा सके। इस समस्या से निपटने के लिए, शी जिनपिंग की सरकार ने संकेत दिए हैं कि वह महिलाओं को अधिक बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने की नीति अपना सकती है। हालांकि, यह महिलाओं का निजी मामला है, लेकिन सरकार इसमें हस्तक्षेप करने का इरादा रखती है। चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग का कहना है कि बच्चे को जन्म देना राष्ट्रीय प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि महिलाएं हमेशा पार्टी के साथ बनी रहें। चीन में चाइल्ड बर्थ रेट दुनिया की सबसे कम प्रजनन दरों में से एक है। लंबे समय तक चीन में एक-बच्चे की नीति लागू रही, जिसके कारण कई महिलाओं को गर्भपात भी कराना पड़ा। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में नीति में बदलाव किया गया है, लेकिन आबादी के संकट का समाधान नहीं हो पाया है। बीजिंग में सांसदों की राष्ट्रीय बैठक के दौरान ऑल चाइना विमेंस फेडरेशन की प्रतिनिधि गाओजी ने कहा, एक महिला के रूप में, मुझे लगता है कि मां बनना जरूरी है। यदि आपने इस धरती पर अपना समय बिताया है और किसी को जन्म नहीं दिया है, तो यह वास्तव में दुखद है। इसके अलावा, चीनी सरकार ने कॉलेजों में विवाह और बच्चे पैदा करने से जुड़े पाठ्यक्रम शुरू किए हैं, और इस संबंध में कई योजनाएं चलाई जा रही हैं।हालांकि, इस नीति की आलोचना भी हो रही है। कई महिलाएं इसे अपनी निजी जिंदगी में दखलंदाजी मान रही हैं। सोशल मीडिया पर कुछ महिलाओं ने यह शिकायत की है कि स्वास्थ्यकर्मी उनके मासिक धर्म चक्र की तारीख पूछने के लिए फोन कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, दस महिलाओं में से सात ने बताया कि अधिकारियों ने उनसे परिवार शुरू करने की योजना के बारे में पूछा। लेकिन कई महिलाएं बच्चों की परवरिश के खर्च को लेकर चिंतित हैं और इस कारण सरकार की सलाह को नजरअंदाज कर रही हैं। कुछ महिलाएं मानती हैं कि बच्चे पैदा करने का फैसला व्यक्तिगत होना चाहिए और इसमें सरकार का दखल ठीक नहीं है। इस मुद्दे पर शिक्षाविदों, कार्यकर्ताओं और आम महिलाओं में चिंता बढ़ रही है कि सरकार उनके विकल्पों को सीमित करने के लिए कठोर कदम उठा सकती है। हाल के स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सरकार ने अनावश्यक गर्भपात रोकने की बात कही है, जिससे यह आशंका और भी बढ़ गई है कि गर्भपात तक पहुंच को नियंत्रित किया जा सकता है। वीरेन्द्र/ईएमएस 11 अक्टूबर 2024