क्षेत्रीय
10-Oct-2024
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नर्स फिरदोस, डॉक्टर सुरेंद्र नाहर और मासूम को जन्म देने वाली किशोरी की मॉ गिरफ्तार स्कूली छात्रा से दुष्कर्म होने पर पैदा हुई थी मासूम, डॉक्टर के कहने पर नर्स ने डिलेवरी करवाने के बाद लगाया था ठिकाने भोपाल(ईएमएस)। राजधानी भोपाल के ऐशबाग थाना इलाके में बोरी में मिली दो दिन की नवजात बच्ची की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। मासूम के शव को पीएम के लिए हमीदिया स्थित मॉर्चुरी भेजा गया है। वहीं पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मासूम को बोरी में रखकर फेंकने वाली संदेही नर्स की पहचान कर उसे हिरासत में ले लिया। आरोपियो संदेही नर्स से पूछताछ के बाद पुलिस ने नर्स सहित, डॉक्टर नाहर सहित मासूम को जन्म देने वाली किशोरी की मॉ के खिलाफ मामला कायम कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। मिली जानकारी के मुताबिक जॉच के दौरान सामने आया है कि एक 14 साल की नाबालिग स्कूली छात्रा अपनी मां के साथ जहांगीराबाद इलाके में रहती है। उसके पिता कई साल पहले उसकी मां को छोड़कर अलग रहने लगे थे। किशोरी की अपने नाबालिग रिश्तेदार से नजदीकियां थी। आरोपी किशोर ने उससे शारीरिक संबध बना डाले। उसके गर्भवती होने पर करीबी रिश्तेदार होने के कारण परिवार ने बदनामी के डर से इस सबंध में किसी को नहीं बताया और नाबालिग का स्कूल जाना बंद करा दिया। उसकी डिलेवरी होने पर आरोपी महिला ने उसे बोरी में रखकर ऐशबाग इलाके में म.नं. 136 की गैलरी में चैनल गेट के पास प्लास्टिक की बोरी में रखकर लावारिस छोड कर चली गई थी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने नवजात बच्ची के अज्ञात माता-पिता का जुर्म धारा 93 बी.एन.एस. के अन्तर्गत आने से बच्ची के अज्ञात माता पिता के खिलफ धारा 93 बी.एन.एस. के तहत मामला कायम कर जॉच शुरु की। धारा 93 के तहत अगर पेरेंट्स या पालन-पोषण करने वाले 12 साल से कम उम्र के बच्चे को त्यागने के इरादे से किसी भी जगह पर छोड़ेंगे तो उसे कारावास और जुर्माने की सजा से दंडित किया जा सकता है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर मासूम को बोरी में रखकर फैकंने वाली महिला फिरदोस पति शेरू खान (43) निवासी नवीन नगर ऐशबाग की पहचान जुटाकर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की। आरोपी महिला ने बताया की वह नर्स है, और उसने डॉक्टर सुरेन्द्र नाहर पिता राजेन्द्र नाहर (48) निवासी इकबाल नगर भोपाल के कहने पर नाबालिग किशोरी का प्रसव कराया और नवजात बच्ची को गली में एक मकान के बाहर रखकर चली गई थी। आसपास के लोगों ने नवजात बच्ची की आवाज सुनकर उसे बोरी से निकाला और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बच्ची को इलाज के लिये पहले पहुंचाया जहॉ से प्राथमिक उपचार के बाद उसे कमला नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया था। दोनो की निशानदेही पर पुलिस किशोरी की मॉ तक पहुंच गई। सूत्रो के मुताबिक डिलीवरी के लिए पीड़ित किशोरी के परिवार ने नर्स आसमां को 60 हजार रुपए एडवांस दिए थे। नवजात को ठिकाने लगाने के लिए कितने रुपए नर्स को देने थे, यह जानकारी पूछताछ के बाद ही सामने आ सकेगी।पुलिस ने बताया कि अस्पातल में भर्ती नवजात बच्ची की गुरुवार को इलाज के दौरान मौत हो गई। मासूम की मौत होने पर पुलिस ने मर्ग कायम कर प्रकरण में धारा 105 बीएनएस का इजाफा किया गया। धारा 105 की कार्यवाही उन आरोपियो के खिलाफ की जाती है, जो किसी नवजात को मारने की नियत से असुरक्षित स्थान पर फैंक देते है। जॉच के आधार पर पुलिस ने प्रसव करवाने वाले डॉक्टर सुरेन्द्र नाहर, नर्स फिरदोस ओर मासूम को जन्म देने वाली नाबालिक बालिका की माँ को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की कार्यवाही में पुलिस नाबालिग पीड़िता छात्रा के साथ दुष्कर्म करने वाले आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करेगी साथ ही घटना में सहयोग करने वाले परिवार वालो को भी आरोपी बनाया जायेगा। जुनेद / 10 अक्टूबर