- बर्बाद घरों को फिर से पहले जैसा बनाने में लग जाएंगे 80 साल तेल अवीव,(ईएमएस)। इजराइल और हमास जंग एक साल से जारी है जिसमें गाजा की 60 फीसदी इमारतें बर्बाद हो चुकी हैं। इजराइल ने हमास को खत्म करने के लिए इन रिहायसी इलाकों को बर्बाद कर दिया है जो लाखों लोगों के घर थे। इजराइली सेना ने हवाई हमलों में सबसे ज्यादा असर खान यूनिस, गाजा सिटी और जबालिया को नुकसान पहुंचाया है। संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक गाजा पट्टी में जंग शुरू होने के बाद इस साल जून तक 39 मिलियन टन मलबा पैदा हुआ था। इसमें रेत, बिना फटे बम, एस्बेस्टस, खतरनाक पदार्थ और यहां तक कि लोगों के अवशेष भी शामिल हैं। एक रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया था कि बर्बाद घरों को फिर से पहले जैसा बनाने में 80 साल लग जाएंगे। गाजा में रहने वाले लोगों के पास न तो समय है और न ही पैसा जो इसकी भरपाई कर सकें। दूसरी तरफ फसलों और खेतों के बर्बाद होने से भुखमरी का संकट पैदा हो गया है। खान यूनिस की 54 फीसदी इमारतें खंडहर हुईं गाजा दक्षिण में बसा एक सैकड़ों साल पुराना शहर है। खान यूनिस के लोगों का कहना है उनका शहर एक बर्बाद हो चुका है। वे जिन घरों में रहते थे उन्हें बुलडोजर से गिरा दिया गया है। हॉस्पिटल, स्कूलों को इजराइली तोपखाने ने मलबे में बदल दिया है। इजराइल का कहना है कि हमास के आतंकियों का सफाया करने के लिए इस तरह के हमले जरूरी हैं। खान यूनिस के अंदर मामलुक युग (1250-1517) की एक सिटाडेल दीवार बची है। एक साल पहले इस दीवार के नजदीक सिटाडेल स्क्वायर था। यहां दुकानदार मिठाई बेचा करते थे। इसी जगह पर 96 साल पुरानी ग्रैंड मस्जिद भी हुआ करती थी। अब यहां सिर्फ मलबा बिखरा पड़ा है। सिराज/ईएमएस 10 अक्टूबर 2024