नई दिल्ली (ईएमएस)। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होना है। अभी तारीखों का ऐलान नहीं हुआ है, लेकिन राजनैतिक दल चुनावी तैयारियों में जुटे हुए हैं। इसी बीच हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणामों ने कांग्रेस के सपने को चकनाचूर कर दिया। इसका असर महाराष्ट्र में दिखने लगा और कांग्रेस सहित तमाम भाजपा विरोधी दल काफी व्यथित हैं। कुल मिलाकर हरियाणा में हार का मातम महाराष्ट्र में दिखाई दे रहा है। अब चुनावी रणनीति के बदलाव पर विचार शुरु हो गया है। बता दें कि महाराष्ट्र में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं। सीट शेयरिंग को लेकर महाविकास अघाड़ी में बैठकों का दौर जारी है। लोकसभा चुनाव प्रदर्शन की बात करें तो कांग्रेस ने लोकसभा चुनावों में 17 सीटों में से 13 पर जीत दर्ज की थी। इसी तरह शरद पवार की एनसीपी ने 10 में से 8 सीटों पर जीत दर्ज की थी। शिवसेना यूबीटी ने लोकसभा चुनाव में 21 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उसे सिर्फ 9 सीटों पर जीत मिली थी। हरियाणा में बीजेपी की शानदार जीत का असर अब महाराष्ट्र की सियासत पर भी देखने को मिल रहा है। मंगलवार को जब बीजेपी ने राज्य की सत्ता पर तीसरी बार पूर्ण बहुमत के साथ कब्जा जमाया तो महाविकास अघाड़ी दल का हिस्सा शिवसेना (उद्धव गुट) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बीजेपी की रणनीति की तारीफ की। शिवसेना सांसद के इस बयान पर अब कांग्रेस ने नाराजगी जाहिर की है।प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, इतनी एंटी इन्कम्बेन्सी के बावजूद अगर भाजपा सरकार बना रही है तो मैं उसको बधाई देना चाहूंगी। उन्होंने अपना कैम्पेन अच्छा चलाया, हरियाणा की जनता का विश्वास जीतने में कामयाब रहे। लोगों में बीजेपी के प्रति नाराजगी भी थी, लेकिन उन्होंने वोट भी उसे ही दिए। कहीं न कहीं कांग्रेस पार्टी को भी अपनी रणनीति देखनी पड़ेगी। जब भाजपा के साथ सीधी लड़ाई होती है तो कांग्रेस कमजोर पड़ जाती है। कांग्रेस को इस पर चिंतन मनन करके अपनी रणनीति में सुधार करना चाहिए। प्रियंका चतुर्वेदी के इस बयान पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने नाराजगी जाहिर की है। जयराम रमेश से जब प्रियंका चतुर्वेदी के बयान से संबंधित सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा, महाराष्ट्र में मैं याद दिलाना चाहता हूं कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस पहले नंबर पर थी। गठबंधन धर्म यह है कि हम अपने बीच मुद्दों पर चर्चा करें न कि मीडिया के माध्यम से। हम महाराष्ट्र में गठबंधन में हैं और गठबंधन को मजबूत करना हमारी जिम्मेदारी है। हम अपने सहयोगियों के बारे में कुछ नहीं कहेंगे। वीरेन्द्र/ईएमएस 10 अक्टूबर 2024