- अगस्त से अब तक कुल कर्ज 21,000 करोड़ हो जाएगा भोपाल (ईएमएस)। मप्र सरकार इस महीने 6,000 करोड़ रुपये का कर्ज लेगी, जो इस फाइनेंसियल ईयर का चौथा लोन होगा। इसके बाद अगस्त से अब तक कुल कर्ज 21,000 करोड़ रुपए हो जाएगा। 31 मार्च, 2024 को मप्र सरकार का कुल कर्ज 3.75 लाख करोड़ रुपये से अधिक था। नए कर्ज के साथ अब यह राशि 3.95 लाख करोड़ रुपये पार कर गई है। इसके बाद भी प्रदेश में एक सरकारी विमान की खरीद और मंत्रियों के बंगलों पर करोड़ों रुपये के खर्चे किए जा रहे हैं। 2 महीने में चौथा कर्ज 1 अगस्त को, सरकार ने इस वित्तीय वर्ष का पहला ऋण 5,000 करोड़ रुपये लेने की औपचारिकताएं शुरू कीं। 22 अगस्त को उसने 5,000 करोड़ रुपये का और कर्ज लेने की प्रक्रिया शुरू की। एक महीने बाद इसने 5,000 करोड़ रुपये का तीसरा कर्ज लिया और अब इस महीने के अंत में 6000 करोड़ रुपये का ऋण लेने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। कई हजार करोड़ का कर्ज विरासत में मिला पिछले साल नवंबर में विधानसभा चुनाव के बाद बनी नई सरकार को 3.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज विरासत में मिला। सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में 42,500 करोड़ रुपये का ऋण लिया था। नई मोहन यादव सरकार ने मार्च तक केवल तीन महीनों में इसमें से 17,500 करोड़ रुपये (41 प्रतिशत) का योगदान दिया। सरकार की प्रमुख वित्तीय जिम्मेदारियों में लाडली बहना योजना है, जिसके लिए हर महीने लगभग 1,600 करोड़ रुपये की जरूरत है। यह योजना पिछले साल विधानसभा चुनाव से पहले शुरू की गई थी और इसे बीजेपी के लिए गेम चेंजर बताया गया था। इस योजना के लिए अभी तक पैसे की कोई कमी नहीं है।