नई दिल्ली (ईएमएस)। भारत में फ्रांस के राजदूत थिएरी मथौ ने सोमवार को कहा कि फ्रांस और भारत एयरोस्पेस क्षेत्र में अपने सहयोग को बढ़ाने पर काम कर रहे हैं और उनकी एक वैमानिकी संकुल (एयरोनॉटिक्स क्लस्टर) विकसित करने की योजना है। फ्रेंच एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज एसोसिएशन (जीआईएफएएस) द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में आयोजित सम्मेलन में उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच साझेदारी न केवल रणनीतिक बल्कि सार्वभौमिक है। भारत और फ्रांस के बीच एयरोस्पेस, रक्षा और अन्य क्षेत्रों में दीर्घकालिक साझेदारी है। उन्होंने कहा कि 2024 की पहली छमाही में फ्रांसीसी एयरोस्पेस कंपनियों का देश में निर्यात 2.7 अरब यूरो रहा। मथौ ने कहा कि फ्रांस और भारत एक वैमानिकी संकुल के साथ-साथ वैमानिकी तथा अंतरिक्ष के लिए एक इंडो-फ्रेंच परिसर भी विकसित करेंगे। संकुल प्रस्ताव पर विस्तृत जानकारी तुरंत मुहैया नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि भारत के परिवहन को कार्बन मुक्त करने और सतत विमानन ईंधन (एसएएफ) विकसित करने के लक्ष्य का फ्रांस समर्थन करेगा। सतीश मोरे/07अक्टूबर ---