वाराणसी (ईएमएस)। सरदार पटेल भारत को एक सूत्र में पिरोने वाले युगपुरुष थे, जिन्होंने लोहे के समान दृढ इच्छा शक्ति और दूर दृष्टि से न केवल आधुनिक भारत की संकल्पना को मूर्त रूप दिया बल्कि, अनेक भारतीय रियासतों का भारत गणराज्य में विलय किया। उन्होंने आजीवन महात्मा गांधी के विचारों का अनुसरण करते हुए सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ सर्व धर्म समभाव पर आधारित सामाजिक संरचना की बुनियाद को मजबूत किया। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री और समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता सुरेंद्र सिंह पटेल ने आर एस एस बनाम सरदार पटेल विषयक एक संगोष्ठी को संम्बोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि जिस भी व्यक्ति की सरदार पटेल में आस्था है वह आर एस एस में कभी विश्वास नहीं कर सकता। उन्होंने आरएसएस के खिलाफ उठाए गए कदमों की चर्चा करते हुए आह्वाहन किया कि आरएसएस से नाता तोड़ो -सरदार पटेल से नाता जोड़ो। सुरेंद्र पटेल ने कहा कि सरदार पटेल की जयंती 31 अक्टूबर को यह संकल्प लिया जाएगा कि सरदार पटेल के संदेशो को गाँव- गाँव शहर -शहर तक हर जनपदों में फैलाया जायगा। सरदार पटेल की जयंती पर आर आर एस बनाम सरदार पटेल के विचारों को जन -जन तक पहुंचाया जायेगा। डॉ नरसिंह राम / 07 अक्टूबर/2024