-पूरे फ्रांस में लोग जुट गए थे इस खजाने की तलाश में पेरिस (ईएमएस)। हाल ही में फ्रांस में एक व्यक्ति ने डिस्कॉर्ड फोरम पर घोषणा की कि उसने एक सुनहरे उल्लू को जमीन से खोदकर निकाला है, और अब कहीं भी इसे खोजने की कोशिश न की जाए। मिशेल बेकर नाम के एक शख्स ने लिखा, “हम आधिकारिक रूप से पुष्टि करते हैं कि सुनहरे उल्लू को ढूंढ लिया गया है। उसे जमीन के नीचे से खोदकर निकाला गया है। इसलिए अब किसी भी स्थान पर खुदाई करना व्यर्थ है। आप कहीं भी इस खजाने की तलाश न करें।” हालांकि, बेकर ने यह नहीं बताया कि उल्लू कहां पाया गया और इसे किसने खोजा। इस खोज की शुरुआत तब हुई जब 23 अप्रैल, 1993 को एक उपन्यासकार मैक्स वेलेंटाइन ने एक सीक्रेट लोकेशन पर सोने के उल्लू की पीतल वाली प्रतिकृति छिपाई थी। उन्होंने अपने उपन्यास में इस उल्लू तक पहुंचने का तरीका बताया था, जिसमें 11 पहेलियां थीं, जिनमें कुछ गणितीय सवाल, कुछ शाब्दिक खेल और कुछ ऐतिहासिक बातें शामिल थीं। इस उल्लू को तलाशने वाले को सोने के उल्लू का इनाम देने का भी वादा किया गया था। 2009 में वेलेंटाइन की मृत्यु के बाद, मिशेल बेकर ने इस खोज की जिम्मेदारी संभाली। तब से पूरे फ्रांस में लोग इस खजाने की तलाश में जुट गए थे, अपने घरों के आस-पास और जंगलों में खुदाई करते रहे। ऐसे खोजकर्ताओं को चौएटर्स कहा जाता था। इस सोने के उल्लू के अंदर एक गुप्त संदेश भी छिपा था, जिसे ढूंढने वाले को दिखाना अनिवार्य था। कई लोग तो इस खोज में इतना पागल हो गए कि उन्होंने अपनी आधी जिंदगी इसे खोजने में बिता दी। अब जब इस उल्लू के मिलने की खबर आई है, तो लोग हैरान हैं और उसकी एक झलक देखने की चाहत जता रहे हैं। इस खोज के दौरान, कुछ उपयोगकर्ताओं ने अनुमान लगाया है कि शायद इसे मेटल डिटेक्टर से खोजा गया होगा। इस घटनाक्रम ने पूरे देश को रोमांचित कर दिया है, और अब लोग जानने के लिए उत्सुक हैं कि आखिर यह सोने का उल्लू किस जगह से निकला। बता दें कि पिछले 31 वर्षों से फ्रांस में एक सोने के उल्लू की खोज चल रही थी, जिसे आखिरकार ढूंढ लिया गया है। भारत में इसे मां लक्ष्मी का वाहन माना जाता है और इसकी मौजूदगी से घर में खुशियों के आने की उम्मीद जताई जाती है। सुदामा/ईएमएस 06 अक्टूबर 2024