ज़रा हटके
04-Oct-2024
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नैरोबी,(ईएमएस)। पूर्वी अफ्रीकी देश केन्या की आबादी 5.4 करोड़ है। यह देश कृषि के लिए 17 फीसदी उर्वर भूमि क्षेत्र का मालिक है। यहां की ज्यादातर खेती बारिश पर निर्भर है लेकिन अब केन्या के किसानों ने खेती करने की तकनीकी में बदलाव की ओर कदम बढ़ाया है। छोटे किसान अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के जरिए से अपनी फसलों से ज्यादा पैदावार ले रहे हैं और कम उर्वरक और कीटनाशक का इस्तेमाल कर पैसे भी बचा रहे हैं। किसान एआई चैटबॉट्स की मदद से खाद डालने, कीटनाशक का छिड़काव, फसलों में बीमारियों की पहचान और जरुरी सलाह ले रहे हैं। इन चैटबॉट्स के जरिए से किसान अपनी पैदावार में सुधार कर रहे हैं। चैटबॉट की सलाह मानने पर एक किसान को 1 एकड़ जमीन से 7.3 टन कॉफी का उत्पादन हुआ, जो उनके लिए अब तक का सबसे अच्छा उत्पादन था। इसी तरह, अन्य किसान भी एआई तकनीक से लाभान्वित हो रहे हैं। वह प्लांट विलेज एप का उपयोग करके अपनी फसल पर लगे कीटों की पहचान कर रहे हैं। इस एप के जरिए उन्हें फॉल आर्मीवर्म की पहचान हुई और उसे नियंत्रित करने की सलाह मिली। इस बदलाव ने केन्या के किसानों के लिए खेती के तरीके को एक नई दिशा दी है। एआई और मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए से उन्हें समय पर सही फैसला लेने में मदद मिल रही है। इससे न केवल उनकी फसल उत्पादन बढ़ रहा है, बल्कि कृषि लागत में भी कमी आ रही है। किसान अब तकनीकी सहायता का लाभ उठाकर अधिक फसलों की पैदावार के साथ-साथ बेहतर आय अर्जित कर रहे हैं। इस बदलाव से यह भी संकेत मिलता है कि भविष्य में कृषि क्षेत्र में और ज्यादा नवाचारों की जरुरत है, जिससे खाद्य सुरक्षा और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिल सके। सिराज/ईएमएस 04 अक्टूबर 2024