नई दिल्ली (ईएमएस)। देश में त्योहारी सीजन शुरू होने के ठीक पहले टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स के संयंत्र होसूर में शनिवार को लगी आग का आईफोन के विनिर्माण पर असर पड़ने की संभावना नहीं है। भारत में आईफोन16 सीरीज भी 20 सितंबर से देश में मिलने लगा है। ऐपल भारत में आईफोन का उत्पादन बढ़ाना चाहता है और उसकी इस योजना में होसूर संयंत्र अहम भूमिका निभाने जा रहा है। सूत्रों के अनुसार तमिलनाडु के श्रीपेरम्बुदूर में फॉक्सकॉन के असेंबली संयंत्रों में आईफोन के कलपुर्जों (एन्कलोजर) की कमी नहीं है। बेंगलूरु के नजदीक विस्ट्रॉन और चेन्नई के निकट पेगाट्रॉन के संयंत्रों में भी ऐसे एन्क्लोजर की कोई कमी नहीं है। लिहाजा, आईफोन तैयार करने में रुकावट का कोई जोखिम नहीं है। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स ऐपल वेंडरों को कुल इन्क्लोजर का एक हिस्सा ही भेजती है और बाकी का अब भी आयात किया जाता है। ऐपल ने आवश्यकता महसूस होने पर अपने दूसरे आपूर्तिकर्ताओं से एन्क्लोजर मंगाने की आपात योजना तैयार कर रखी है। टाटा चीन को भी आईफोन बनाने में इस्तेमाल एन्क्लोजर की आपूर्ति करती है मगर इसका हिस्सा काफी कम है। एक सूत्र ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि आईफोन तैयार करने वाले संयंत्रों में एन्क्लोजर की भरपूर संख्या है। इसे देखते हुए हुए आईफोन6 समेत किसी भी आईफोन के तैयार होने में कोई अड़चन नहीं है। हम विशेष परिस्थितियों के लिए भी एन्क्लोजर आयात करते हैं। इस मामले में टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ऐपल को भेजे गए ई-मेल का कोई जवाब नहीं आया। सूत्रों ने कहा कि टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स और ऐपल अब भी आग लगने के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं। एन्क्लोजर बनाने वाले संयंत्र अक्सर रसायन और प्लास्टिक का भंडार रखते हैं, जो आग लगने का कारण हो सकते हैं। उत्पादन संयंत्र ऐसे जोखिमों से काफी सुरक्षित होते हैं। सतीश मोरे/03अक्टूबर ---