ज़रा हटके
03-Oct-2024
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-पुरातत्वविदों के लिए बनी ऐतिहासिक रहस्य वारसॉ (ईएमएस)। चर्च में पिशाच की कब्र मिली है, जिसको लेकर पुरातत्वविद हैरान है। यह घटना है उत्तरी पोलैंड के पैकजेवो गांव में स्थित धन्य वर्जिन मैरी के चर्च ऑफ एननसिएशन की। आमतौर पर चर्च के परिसर में पिशाचों की कब्रें नहीं पाई जातीं, इस वजह से यह खोज विशेष महत्व रखती है। खुदाई के दौरान, वैज्ञानिकों को पहले एक पत्थर की पट्टी मिली, जिस पर खोपड़ी की नक्काशी की गई थी। आगे खुदाई करने पर, उन्हें 17वीं शताब्दी के एक व्यक्ति का कंकाल मिला, जिसकी उम्र लगभग 50 वर्ष थी। इस कंकाल के गले में एक दरांती बंधी हुई थी, जो एक मध्ययुगीन प्रथा को दर्शाती है। दरांती का उपयोग पिशाचों को मृतकों से वापस लौटने से रोकने के लिए किया जाता था, जिससे यह साबित होता है कि स्थानीय लोगों ने उस व्यक्ति को पिशाच मान लिया था। पुरातत्वविदों ने दो अन्य कंकाल भी खोजे, लेकिन उनके गले में दरांती नहीं थी। मानवविज्ञानी जस्टिना कारगस ने कहा कि खोपड़ी के अध्ययन से पता चलता है कि मृत व्यक्ति को मृत्यु से पहले कई चोटें और आघात लगे थे। कारगस का मानना है कि यह शारीरिक असामान्यता संभवतः उस व्यक्ति को सामान्य लोगों से अलग बनाती थी, जिससे लोग उससे डरते थे। पुरातत्वविदों को सबसे ज्यादा आश्चर्य इस बात पर हुआ कि यह खोज एक चर्च में की गई, जो कि पहले कभी नहीं देखा गया था। कारगस ने कहा, कोई भी चर्च में पिशाच मिलने की उम्मीद नहीं करता है। उनका अनुमान है कि यह व्यक्ति किसी खास स्थान से संबंधित था और शायद इसी कारण से स्थानीय लोग उससे डर गए थे। यह खोज न केवल पुरातात्त्विक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह मध्ययुगीन काल में पिशाचों को लेकर प्रचलित धारणाओं पर भी सवाल खड़ा करती है। सुदामा/ईएमएस 03 अक्टूबर 2024