नई दिल्ली (ईएमएस)। अलग अलग देशों में टूरिस्ट वीजा पर गए करीब 30 हजार भारतीय वापस नहीं लौटे हैं। इसमें सबसे ज्यादा लोग पंजाब-3,667, महाराष्ट्र- 3,233, तमिलनाडु राज्य-3,124 से हैं। अन्य राज्यों से जाने वाले लोगों की संख्या काफी कम है। कंबोडिया, थाइलैंड, म्यांमार और वियतनाम में विजिटर वीजा पर जाने वाले भारतीयों को लेकर आशंका है कि इन्हे साइबर गुलाम बना लिया गया है और साइबर क्राइम कराया जा रहा है। गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाली आप्रवासन ब्यूरो ने एक डेटा तैयार किया और उसमें इसकी जानकारी मिली है कि कंबोडिया, थाइलैंड, म्यांमार और वियतनाम में विजिटर वीजा पर जनवरी 2022 से मई 2024 के बीच 73,138 यात्री भारत से यात्रा पर गए थे। इसमें से 29,466 भारतीय अभी तक वापस लौटे नहीं हैं। इसमें 20-39 आयु वर्ग के लोगों की संख्या करीब आधी यानी 17,115 है। ये जानकारी रिपोर्ट से मिली। इसमें 90 परसेंट लोग पुरुष हैं।रिपोर्ट्स के मुताबिक, आशंका जताई जा रही है कि इन लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है और भारत में रह रहे लोगों के साथ साइबर ठगी करने का दवाब बनाया जा रहा है। इन लोगों को नौकरी का लालच देकर साइबर गुलाम बनाया है। सूत्रों का हवाला देते हुए बताया है कि केंद्र सरकार की एक उच्च स्तरीय समिति ने अब सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों सत्यापन करने और इन लोगों की डिटेल्स लेने का निर्देश दिया है। बताते चलें कि हाल ही भारत में साइबर ठग के कई केस सामने आए हैं, जहां लोगों को अलग-अलग झांसे देकर लूटा जा रहा है। साइबर गुलामी के तहत काम करने वाले लोगों पर दवाब बनाया जाता है। इसमें इंटरनेट पर मौजूद प्लेटफॉर्म के जरिए लोगों को टारगेट किया जाता है। भारतीय होने की वजह से कई लोग हिंदी और स्थानीय भाषा बोल सकते हैं। इस तरह के झांसे में कई लोग फंस जाते हैं, उसके बाद वे अपने लाखों रुपये गंवा देते हैं। वीरेन्द्र/ईएमएस 02 अक्टूबर 2024