मां की गोद से छीनकर ले गया लंदन (ईएमएस)। बंदर और उनकी विभिन्न प्रजातियां इंसानों के काफी करीब मानी जाती हैं, उनके व्यवहार में इंसानों की तरह प्यार, गुस्सा और भावुकता दिखाती है। लेकिन हाल ही में गिनी में हुई एक घटना ने सभी को चौंका दिया है। इस घटना में एक चिंपांजी ने महिला की गोद से उसकी 8 माह की बेटी को छीना और फिर बेरहमी से बच्ची की हत्या कर दी। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह दुखद घटना गिनी के बोसू में हुई। सेनी जोगबा नाम की एक मां अपने बच्चे योह हेलेन के साथ कसावा फल के खेतों में काम कर रही थी, तभी अचानक एक चिंपांजी वहां आ पहुंचा। इस चिंपांजी ने पहले मां को काटा और फिर बच्ची को छीनकर जंगल की ओर भाग गया। चिंपांजी ने बच्ची को निंबा माउंटेंस नेचर रिजर्व से करीब 3 किलोमीटर दूर ले जाकर उसकी हत्या कर दी। जब बच्ची की लाश मिली, तब देख पाना भी मुश्किल था। यह चिंपांजी, इस जेजे नाम से जाना जाता है, इंसानों द्वारा बनाए गए औजारों का इस्तेमाल करने के लिए जाना जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस चिंपांजी ने औजारों से बच्ची के शरीर को काटकर उसके टुकड़े कर दिए। इस भयावह घटना के बाद स्थानीय लोगों ने आक्रोशित होकर एक ज़ू में तोड़फोड़ की और एन्वायरोमेंटल रिसर्च इंस्टिट्यूट के अंदर भी घुसकर महत्वपूर्ण दस्तावेजों में आग लगा दी। बंदरों के विशेषज्ञ जेन यामाकोशी ने कहा कि पहले चिंपांजी इंसानों से डरते थे, लेकिन अब उनकी धारणा बदल गई है। इसके पीछे का कारण यह है कि चिंपांजी अक्सर इंसानी बस्तियों में भोजन की तलाश में आते हैं, जिससे उनका डर कम हुआ है। पहले ये जानवर इंसानों के साथ सह-अस्तित्व में रहते थे, लेकिन भोजन की बढ़ती प्रतिस्पर्धा के चलते अब वे अधिक आक्रामक हो गए हैं। यह घटना न केवल चिंपांजी के व्यवहार में बदलाव को दिखाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि जब जंगली जानवरों का प्राकृतिक आवास घटता है, तब उनका मानवों के साथ व्यवहार भी बदलता है। आशीष/ईएमएस 29 सितंबर 2024