क्षेत्रीय
19-Sep-2024


रांची(ईएमएस)।हजरत कुतुबुद्दीन रिसालदार बाबा के मजार पर श्रद्धा और उल्लास के साथ गुरुवार को पांच दिवसीय 217वां सालाना उर्स आरंभ हो गया।कार्यक्रम सुबह बाबा के गुस्ल से हुई।उपाध्यक्ष रिजवान हुसैन और सदस्य अनीस गद्दी ने बताया कि इससे पूर्व बुधवार की रात से ही गुलाब जल से अस्ताना के चारों ओर की सफाई की गई।इसके बाद मजार को बंद कर दिया गया।सुबह सात बजे पर्दा के एहतेमाम के बीच बाबा का गुस्ल कुल दारूद फातेहा पढ़ कर गुलाब पानी व अतर से किया गया अनीस गद्दी ने कहा कि इस कार्य में खादिम, मोअजिन समेत दरगाह कमेटी के समस्त पदधारीगण शामिल थे।इसकी अगुवाई दरगाह कमेटी के सदर अय्यूब गद्दी कर रहे थे।उन्होंने बताया कि अच्छी सफाई कर रंग रोगन के साथ झूमर भी लगाया गया है।मेला परिसर पूरी तरह से सजधज कर तैयार है।चारों ओर खिलौने की दुकानें, विभिन्न प्रकार के झूले, अगरबत्ती, लोबान, कपड़े-लत्ते, स्वादिष्ट खाद्य सामग्री समेत विभिन्न तरह की दुकानें खुल गई हैं। बाहर से भी लोगों का आना शुरू हो गया है।गुरुवार को पहले दिन संध्या पांच बजे दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अय्युब गद्दी के आवास से शाही संदल व चादर निकली, जो बिशप गर्ल्स स्कूल होते हुए रिसलदार बाबा हॉस्पिटल व छात्रावास होते हुए डोरंडा के विभिन्न क्षेत्रों से मजार शरीफ पहुंचे।इस मौके पर दरगाह कमेटी के पदधारी बारी बारी से सर पर चादर लिये चल रहे थे।कमेटी की ओर से सबसे पहले सदर ने चादर उठाई।इस तरह गाजे बाजे के साथ जुलूस मजार शरीफ पहुंची और असर की नमाज के बाद चादर पोशी की गई।साथ ही सभी ने मुल्क, देश व राज्य की सलामती, आपसी मिल्लत, एकता और खुशहाली की दुआ की।चादरपोशी में दरगाह कमेटी के अध्यक्ष अयूब गद्दी, महासचिव जावेद अनवर, उपाध्यक्ष रिजवान हुसैन, बेलाल अहमद, उप सचिव जुल्फेकार अली, मो सादिक, कोषाध्यक्ष जैनुल आबेदीन, कार्यकारिणी सदस्य नसीम गद्दी उर्फ पप्पू गद्दी, सरफराज गद्दी (शंपा), अनीस गद्दी, अब्दुल खालिक गद्दी, सरफराज (उर्फ बबलू पंडित), सरफराज कुरैशी, शाहीन अहमद, नज्जू अंसारी, ऐजाज गद्दी, मो वसीम, साजिद उमर, आफताब आलम, असीम नईम, सहजाद बबलू, मो ईमामउद्दीन गद्दी, नसीर गद्दी उर्फ पप्पू, मो इकबाल, मुन्ना गद्दी, आशु गद्दी, सैयद हेजाजी (समीर), शाहिद खान,मुस्ताक गद्दी, बुश गद्दी, मो लड्डन, विनय सिन्हा दीपू, आलोक दुबे आदि शामिल थे।सदर की ओर से चादरपेश किये जाने के बाद आम लोगों की ओर से चादरपोशी की गई। चादरपोशी का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा। मन्नत मुराद की झोली फैलाये जायरीन भी बाबा के दर पर बड़ी से बड़ी संख्या में जुटने लगे हैं। स्थानीय कव्वाल कौशर जानी व शहंशाह ब्रदर्स ने मजार परिसर में गुरुवार को चादरपोशी के बाद अपनी कव्वाली का जौहर दिखाया।उनके मीठे बोल से चारों ओर मजमा लग गया, दोनों कव्वालों ने लोगों की खूब वाहवाही बटोरी।कव्वालों ने रिसालदार बाबा की शान में कई नाते कलाम पेश किया।मजार परिसर में गुरुवार से पांच दिवसीय उर्स का सिलसिला आरंभ होते ही लंगर खानी का भी आयोजन किया गया।इस मौके पर इस्लामिक क्विज, कीरत, तकरीर का आयोजन भी किया गया। कर्मवीर सिंह/19सितंबर24