ज़रा हटके
18-Sep-2024
...


-3775 मीटर की गहराई पर तलहटी में दिखी पनडुब्बी की पिछली टेल कोन वॉशिंगटन,(ईएमएस)। टाइटन पनडुब्बी हादसे के एक साल बीत जाने के बाद समुद्र तल से पनडुब्बी की पहली बार तस्वीर सामने आई है। जून 2023 में टाइटैनिक का मलबा देखने के समय टाइटन पनडुब्बी समुद्र में पानी के नीचे हादसे का शिकार हो गई थी। एक विस्फोट में पनडुब्बी में सवार सभी लोगों की मौत हो गई थी। ताजा तस्वीर में पनडुब्बी की पिछली टेल कोन 3775 मीटर की गहराई पर तलहटी में बाहर की तरफ निकली दिखाई दे रही है। यह तस्वीर पिछले साल हादसे के बाद पनडुब्बी की खोज के दौरान रिमोट से चालने वाले वाहन से ली गई। पनडुब्बी टाइटन पिछले साल 18 जून को कनाडा के न्यूफाउंडलैंड के तट पर उत्तरी अटलांटिक महासागर में टाइटैनिक को देखने के अभियान पर रवाना हुई थी। इसमें कंपनी ओशनगेट के सीईओ स्टॉकटन रश, फ्रांसीसी खोजकर्ता पॉल हेनरी नारेगेओलेट, ब्रिटिश व्यवसायी हैमिश हार्डिंग, पाकिस्तानी-ब्रिटिश बिजनेसमैन शहजाद दाउद औन उनके बेटे सुलेमान सवार थे। पानी में उतरने के करीब दो घंटे बाद ही जहाज पोलर प्रिंस से संपर्क टूट गया। समय पर वापस नहीं आने के बाद अधिकारियों को सतर्क किया और पनडुब्बी को खोजने के लिए अभियान शुरू किया गया। हादसे को लेकर यूएस कोस्ट गार्ड ने दो सप्ताह की लंबी सुनवाई की है। इसमें यह पता लगाया जा रहा है कि उस दिन क्या गलत हुआ और टाइटन का निर्माण करते समय ऑपरेटर ओशनगेट ने क्या प्रक्रिया अपनाई? सुनवाई में जहाज और पनडुब्बी के बीच हुए संपर्क के बारे में जानकारी दी गई। डेढ़ घंटे बाद जब टाइटन ने 3341 मीटर की गहराई पर था, तब वह जहाज को संदेश भेजने में सक्षम था। इसके छह सेकंड बाद 3346 मीटर की गहराई पर टाइनट को आखिरी बार पिंग किया। इस दौरान टाइटन और मदरशिप के बीच कोई संवाद नहीं हुआ, जिससे पनडुब्बी पर किसी परेशानी या आपातकाल का संकेत मिलता हो। अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि समुद्र के अंदर दबाव के चलते पनडुब्बी में एक विस्फोट हुआ जिसमें पनडुब्बी में सवार सभी लोगों की मौत हो गई। तीन घंटे तक खोज करने के बाद आखिरकार अमेरिकी कोस्ट गार्ड को बुलाया गया। चार दिनों तक चले अभियान में एक रिमोट से चलने वाले वाहन ने टाइटैनिक से करीब 500 मीटर दूर टाइटन के कुछ हिस्सों वाले मलबे के क्षेत्र की खोज की। सिराज/ईएमएस 18 सितंबर 2024