ज़रा हटके
18-Sep-2024
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-हेल्थ संबंधी कई समस्याओं को दे सकते हैं जन्म लंदन (ईएमएस)। सोडा पीने की आदत आपकी कई हेल्थ संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकती है। सोडा कोल्ड ड्रिंक की तरह ही कार्बोनेटेड पेय पदार्थ है। इसमें बहुत अधिक शुगर का इस्तेमाल होता है। जानकारी के मुताबिक सोडा का अत्यधिक सेवन करने से वजन बढ़ता है और डायबिटीज तथा हार्ट से संबंधित बीमारियों का जोखिम कई गुना बढ़ जाता है। सोडा में आर्टिफिशियल स्वीटरनर का इस्तेमाल होता है। करीब 300 ग्राम सोडा में 29.4 ग्राम से लेकर 42 ग्राम शुगर मिला होता है। एक रिसर्च में यह बात सामने आई थी कि सोडा का सेवन वेट गेन का कारण बन सकता है। वही एक अन्य रिसर्च में कहा गया कि नियमित रूप से सोडा का सेवन टाइप 2 डाइबिटीज के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक सोडा में हाई सुक्रोज और फ्रुक्टोज कॉर्न सिरप का इस्तेमाल किया जाता है जो लिवर में फैट को जमा कराने के लिए उत्तेजक का काम करता है। जब कोई सोडा का अत्यधिक सेवन करता है तो ये अणु लिवर पर फैट के रूप में जमा होने लगते हैं। इससे नॉन अल्कहोलिक लिवर डिजीज हो जाता है। सोडा का अत्यधिक सेवन करने पर वजन बढ़ता है। इसके अलावा मोटापे से परेशानी हो सकती है। रिसर्च के मुताबिक सोडा के सेवन से टाइप 2 डाइबिटीज का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। यह दिल संबंधित कई तरह की परेशानियों को बढ़ा देता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक का खतरा भी रहता है। सोडा का सेवन किडनी की बीमारी को जन्म दे सकता है। रिसर्च के मुताबिक सोडा का नियमित रूप से सेवन नॉन-अल्कोहलिक लिवर डिजीज का कारण बनता है। इतना ही नहीं यह यूरिक एसिड को भी बढ़ा देता है जिसके कारण गठिया की बीमारी हो सकती है। सोडा के बदले में पानी का सेवन सबसे बेहतर होता है। जब भी सोडा की तलब हो पानी पीएं। अगर एसिडिटी की समस्या है तो नींबू पानी पीना सोडा से कई गुना बेहतर होगा। इसके अलावा प्लेन कॉफी, प्लेन चाय, गुनगुना पानी, बिना फ्लेवर्ड वाटर पीनी कहीं बेहतर रहेगा। बता दें कि अधिकांश लोगों को सोडा वाटर पीने की आदत होती है। उन्हें लगता है कि कोल्ड ड्रिंक के बदले में सोडा पीने से नुकसान नहीं होता है। दिलचस्प बात यह है कि कुछ लोग सोडा एसिडिटी को दूर करने के लिए भी पीते हैं। सुदामा/ईएमएस 18 सितंबर 2024