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16-Sep-2024
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-11:30 बजे होगी आप विधायक दल की बैठक... नए मुख्यमंत्री के नाम पर लगेगी मुहर... अतिशी, गोपाल, सुनीता, गहलोत, भारद्वाज और राघव चड्ढा सीएम के दावेदार कौन संभालेगा दिल्ली की सत्ता? नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल मंगलवार को इस्तीफा देने जा रहे हैं। इससे पहले सोमवार को मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर आप के पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक हुई। बैठक में अरविंद केजरीवाल, मनीष ससोदिया, संजय शर्मा, दुर्गेश पाठक, अतिशी, गोपाल राय, इमरान हुसैन, राघव चड्ढा, राखी बिड़लान, पंकज गुप्ता, एनडी गुप्ता शामिल हुए। फिलहाल इस सवाल पर अब भी सस्पेंस बना हुआ है। इस बीच आम आदमी पार्टी के 6 नेता ऐसे हैं जिनके नाम पर अब चर्चा तेज हो गई है। जिन नामों की चर्चा हो रही है उनमें आतिशी, सुनीता केजरीवाल, गोपाल राय, कैलाश गहलोत, सौरभ भारद्वाज और राघव चड्ढा का नाम शामिल है। इस बीच सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली के कोने-कोने में चर्चा हो रही है कि एक सीएम इस्तीफा देता है और कहता है कि दिल्ली की जनता मेरी ईमानदारी पर वोट करें। ऐसा आज तक नहीं हुआ। वो भी तब जबकि केंद्र सरकार ने सारी एजेंसी लगा रखी थी। दिल्ली के लोगों के अंदर ऐसी उत्सुकता है कि लोग चाहते हैं कि कल ही चुनाव हो और फिर अरविंद जी को सीएम बनाएं। मोटे तौर पर भाजपा को लेकर जनता में तहत नाराजगी है। सौरभ भारद्वाज ने कहा कि कई लोग कहते हैं कि सतयुग में सुना था कि राम मर्यादा के नाम पर 14 साल के लिए वनवास पर चले गए। आज केजरीवाल ने वही किया है। वो भगवान नहीं है। लेकिन सतयुग के बाद ये पहली बार हुआ है। विधायक दल की बैठक आज आम आदमी पार्टी के विधायक दल की बैठक मंगलवार सुबह 11:30 बजे होगी। इस बैठक में नए मुख्यमंत्री ने नाम पर मुहर लगेगी। अरविंद केजरीवाल शाम 4:30 बजे दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना से मिलेंगे। वह उन्हें अपना इस्तीफा सौंप सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक अरविंद केजरीवाल इस्तीफे के साथ ही एलजी को विधायक दल के नेता का नाम और समर्थन की चिठ्ठी सौंपेंगे। बता दें कि केजरीवाल ने रविवार को ऐलान किया था कि वह दो दिन बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देकर जनता की अदालत में जाएंगे। उन्होंने कहा था कि जब तक दिल्ली की जनता उनकी ईमानदारी पर अपने वोट की मुहर नहीं लगाती वह सीएम की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। हरियाणा के जींद में आप नेता और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा कि विधायक दल की बैठक होगी, जिसमें किसी एक का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल को सत्ता से मोह नहीं है, उन्हें अपना सम्मान सबसे ज्यादा प्यारा है। सिसोदिया-संजय सिंह बाहर सीएम केजरीवाल के इस बड़े सियासी दांव के बाद यह भी क्लियर हो गया है कि पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी इस लिस्ट से बाहर हो गए हैं। केजरीवाल ने मंच से पहले ही साफ कर दिया है कि उनकी जगह मनीष सिसोदिया को इस पद पर नहीं बैठाया जाएगा। अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मैं मनीष जी से बात कर रहा था, जो पीड़ा मेरे मन में है, वहीं पीड़ा मनीष जी के मन में भी है। ये दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मंत्री का पद तभी संभालेंगे, जब दिल्ली की जनता कहेगी कि वो ईमानदार हैं। वहीं सांसद संजय सिंह पर भी दिल्ली शराब घोटाला में लिप्त होने के आरोप लगे थे। उन्हें मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में ईडी ने गिरफ्तार किया था। संजय सिंह को भी कोर्ट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था लेकिन कुछ शर्तें लगाई थीं। सीधे शब्दों में समझें तो केजरीवाल, सिसोदिया और संजय सिंह शराब घोटाला केस में जेल जा चुके हैं। केजरीवाल अपने अलावा इन दोनों का फैसला जनता के ऊपर छोड़ेंगे, चाहेंगे कि आज से 6 महीने बाद जब चुनाव हों और अगर तीनों को दिल्ली की जनता का बंपर आशीर्वाद मिलता है या कहें जीतकर आते हैं तब ऐसी स्थिति में दोबारा वही पद संभाल सकें। हालांकि संजय सिंह तो राज्यसभा सांसद हैं, उन्हें सिर्फ पार्टी के प्रचार में उतरना होगा। सीएम पद के लिए चल रहे कई नाम अरविंद केजरीवाल के सीएम पद से इस्तीफा देने के एलान के बाद नया सीएम बनने के लिए कई आप नेताओं के नाम रेस में है। लेकिन अभी यह कहना है मुश्किल है कि आखिर दिल्ली की कमान किसके हाथ में आएगी। मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, अरविंद केजरीवाल के अलावा भी कई चेहरे हैं जिन्हें विधायक दल की बैठक में चुना जाता है। इनमें एक नाम जो सबसे ऊपर है, वो अरविंद केजरीवाल की पत्नी सुनीता केजरीवाल का है। उनके पास हालांकि कोई विधायक का पद नहीं है और न ही कोई मंत्रालय। अगर वो सीएम बन जाती हैं, तब वह दिल्ली की तीसरी महिला सीएम होंगी। उनसे पहले शीला दीक्षित और सुषमा स्वराज भी दिल्ली की कमान संभाल चुकी हैं। सुनीता केजरीवाल के अलावा एक और महिला का नाम सबसे ऊपर आ रहा है और वो हैं आतिशी। इसमें कोई शक नहीं है कि सीएम केजरीवाल के बाद वह दूसरी सबसे पावरफुल आप नेता हैं। उनके पास इस वक्त शिक्षा विभाग, पीडब्ल्यूडी, जल विभाग, राजस्व, योजना और वित्त विभाग हैं।