क्षेत्रीय
16-Sep-2024
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भोपाल (ईएमएस)। यूनाईटेड मलयाली एसोसिएशन, भोपाल (यूएमए) ने विभिन्न कार्यक्रमों के साथ ओणम-2024 मनाया, जो रविवार 15 सितंबर, 2024 को एस.एन.मिशन हॉल, सुभाष नगर, भोपाल में हुआ। उत्सव ने मलयाली समुदाय की समृद्व सांस्कृतिक ताने-बाने को एक शानदार श्रद्वांजलि दी, जिसने निवासियों को असाधारण प्रदर्शनों और हार्दिक सौहार्द से भरी एक शाम के लिए एक साथ खींचा। शाम एक जीवंत सांस्कृतिक प्रदर्शन के साथ शुरू हुई जिसने दर्शकों शुरू से अंत तक मंत्रमुक्त कर दिया। यह कार्यक्रत समुदाय की कलात्मक प्रतिभा और समकालीन अभिव्यक्तियों को अपनाने के साथ-साथ अपनी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने की प्रतिवद्वता का प्रमाण था। उत्सव की शुरूआत कलांजलि, भोपाल के शानदार प्रदर्शन के साथ हुई, उनकी मनमोहक कोरियोग्राफी और जोशिले प्रदर्शनों के लिए एक विद्युतीय स्वर स्थापित किया, जिसमें पारंपरिक कला के सार को समकालीन नृत्य की जीवंतता के साथ मिश्रित किया गया। दर्शक उनकी रचनात्मक अभिव्यक्ति और मंच पर उनके द्वारा लाई गई ऊर्जा से मंत्रमुक्त हो गए। इसके बाद, प्रतिभालय कला अकादमी, भोपाल शास्त्रीय कला प्रदर्शनों की एक श्रृंखला के साथ मंच संभाला, जिसने कार्यक्रमों में परिष्कार और अनुग्रह का माहौल ला दिया। उनकी सावधानीपूर्वक और सुरूचिपूर्ण प्रस्तुतियों ने शास्त्रीय कला रूपों की गहन प्रशंसा की, इन पारंपरिक प्रथाओं में निहित गहराई और सांस्कृतिक महत्व को प्रदर्शित किया। एक अन्य प्रतिष्ठित प्रतिभागी नाट्यश्री ने पारंपरिक और आधुनिक तत्वों को सहजता से मिश्रित करते हुए प्रदर्शनों की एक श्रृंखला प्रस्तुत की। उनके आकर्षक और जीवंत कृत्यों ने दर्शकों को गहराई से प्रभावित किया, समुदाय की विविध कलात्मक भावना को प्रदर्शित किया। नाट्यश्री के प्रदर्शन समुदाय की अपनी जड़ों का सम्मान करते हुए नवाचार करने की क्षमता का प्रतिबिंब थे, जो एक यादगार अनुभव प्रदान करते थे जिसने उपस्थित सभी को प्रसन्न किया। संगीत प्रदर्शन शाम का मुख्य आकर्षण थे, जिसमें मलयाली लोगों की समृद्व संगीत विरासत को प्रदर्शित किया गया। प्रस्तुत की गई शैलियों और शैलियों की विविधता ने समुदाय के भीतर संगीत की विविधता को रेखांकित किया, प्रत्येक प्रदर्शन को उत्साहपूर्ण तालियांॅ मिलीं। कार्यक्रम का संगीत खंड समुदाय की कलात्मक प्रतिभाओं का एक जीवंत उत्सव था, जो उनकी संगीत परंपराओं के साथ उनके गहरे जुड़ाव को दर्शाता है । उससे पहले राजा महाबली को चेंडामेलम् के साथ भव्य और पारंपरिक स्वागत किया गया, साथ ही केरल की युवतियां तालाप्पोलि; फूलो की पंखुडियों वाला दिया; थामे थीं, वास्तव में एक राजसी स्वागत था। इसके बाद शाम के सबसे यादगार पलों में से एक हुआ, तिरूवातिरा नृत्य, जो एक पारंपरिक ओणम अनुष्ठान है और त्योहार के उत्सव में एक विषेष स्थान रखता है। सटीकता और जुनून के साथ प्रस्तुत किए गए तिरूवातिरा नृत्य ने इस प्रिय परंपरा के सांस्कृतिक महत्व को दर्शाया और इस कार्यक्रम को उत्सवपूर्ण और प्रामाणिक ओणम भावना से भर दिया। यह प्रदर्शन ओणम त्योहार को परिभाषित करने वाली सांस्कृतिक प्रथाओं का एक सुंदर प्रतिनिधित्व था। अंत में एक नाटक ने कुछ भावनात्मक दृश्यों साथ पारिवारिक जीवन में देखभाल और बांटने के महत्व को स्पष्ट रूप से सामने लाया। एसोसिएशन के अध्यक्ष ओ.डी.जोसेफ ने अपने स्वागत भाषण में इस बात पर जोर दिया कि आज के जीवन में ओणम की सच्ची प्रासंगिकता न केवल परंपराओं का पालन करने में है, बल्कि त्योहार के सार को हमारे दैनिक जीवन में शामिल करने में भी है। उन्होंने कहा कि एसोसिएशन ने हाल ही में एक भव्य केरल उत्सव के साथ अपनी 40वीं वर्षगांठ मनाई, जिसमें केरल की समृद्व सांस्कृतिक का प्रदर्शन किया गया, जिससे भोपाल के लोगों को राज्य की परंपराओं और विरासत के बारे में गहरी जानकारी मिली। समारोह की मुख्य अतिथि भोपाल की महापौर श्रीमती मालती राय ने अपने संबोधन में कहा ओणम एक ऐसा त्योहार है जो एकता, शांति और सदभाव का प्रतीक है। यह एकजुटता और समुदाय के मूल्यों को दर्शाता है, ठीक उसी तरह जैसा की हम आज यहां देखते हैं। राजा महाबली की कथा हमें समानता, उदारता और समाज में धार्मिकता को बनाये रखने की महत्व की याद दिलाती है। यह देखकर बहुत खुशी होती है कि कैसे भोपाल में मलयाली समुदाय केरल से दूर हाने के बावजूद इन पोषित परंपराओं को बनाए रखना जारी रखता है। यूनाईटेड मलयाली एसोसिएशन द्वारा आयोजित केरल उत्सव, विशेष रूप से यहां भोपाल में, इस बात का प्रमाण है कि कैसे संस्कृति सीमाओं पार करती है, लोगों को जोड़ती है और जिस समाज में वे रहते हैं उसे समृद्व करती है। सीआईएसएफ की असिस्टेंट कमांडेंट श्रीमती नुसैफा के.केे. ने अपने संबोधन में भोपाल में मलयाली समुदाय के प्रयासों की सराहना की और हर अवसर पर समारोह आयोजित करने में यूनाईटेड मलयाली एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना की। सेंट जॉर्ज ग्रूप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के चेयरमैन श्री बाबू थोमस ने एसोसिएशन के प्रयासों की सराहना की, खासकर मलयालम् मिशन कक्षाओं के माध्यम से मलयालम भाषा को बढ़ावा देने में, जिसे एसोसिएशन केरल सरकार के सांस्कृतिक मामलों के विभाग के तहत चल रहा है। भोपाल नायर समुदायम् के अध्यक्ष श्री ए.जी. वल्लभन ने कहा कि कला और संस्कृति को संरक्षित और बढ़ावा देना हर नागरिक की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है और हर किसी को इसमें योगदान देना चाहिए। इस अवसर पर महासचिव के.पी.दास और उपाध्यक्ष श्री अनिल नायर ने भी अपने विचार रखे। कला सचिव के.एम. रघु ने पूरे कार्यक्रम का समन्वय किया। यूनाईटेड मलयाली एसोसिएशन द्वारा आयोजित ओणम-2024 समारोह एक शानदार सफलता थी, जो सांस्कृतिक समृद्वि को बढ़ावा देने और समुदाय की मजबूत भावना को बढ़ावा देने के लिए यूनाईटेड मलयाली एसोसिएशन के अटूट समर्पण को दर्शाता है। यह शाम भोपाल में मलयाली समुदाय की एकता और रचनात्मकता की एक सुखद याद दिलाने वाली शाम थी।