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16-Sep-2024
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चंडीगढ़(ईएमएस)। यहां एक कोठी पर ग्रेनेड से हुए हमले के मामले में एक दिहाड़ी मजदूर रोहन मसीह को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस जांच और आरोपी से हुई पूछताछ में खुलासा हुआ है कि हमले में पाकिस्तान में छिपे खालिस्तानी आतंकी हरविंदर सिंह रिंदा का हाथ बताया जा रहा है। इस हमले में कई खुलासे हो रहे हैं। इस मामले में गिरफ्तार दिहाड़ी मजदूर रोहन मसीह ने कई खुलासे किए हैं। रोहन ने रिंदा के यार के बारे में खुलासा किया है। हरप्रीत सिंह, जिसे हैप्पी पाशिया के नाम से भी जाना जाता है उसे रिंदा का यार बताया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पाशिया एक अमेरिकी गैंगस्टर से आतंकवादी बना है, जो अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रामदास (अमृतसर) और डेरा बाबा नानक (गुरदासपुर) क्षेत्रों में कमजोर वर्गों के युवाओं को आपराधिक और आतंकी अभियानों के लिए सक्रिय रूप से भर्ती कर रहा है।रोहन को चंडीगढ़ ग्रेनेड विस्फोट में शामिल होने के आरोप में पंजाब पुलिस ने गिरफ़्तार किया था। सूत्रों ने बताया कि हमले को अंजाम देने के लिए उसे बहुत कम पैसे दिए गए थे, जिसमें से ज़्यादातर उसके बुनियादी जीवन-यापन और खाने-पीने के खर्च थे। इस साल की शुरुआत में पुलिस ने पाकिस्तान स्थित रिंदा और हैप्पी पाशिया द्वारा संचालित एक आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त कर दिया था। इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था, जिनमें से दो ड्रोन के जरिए अंतरराष्ट्रीय सीमा से हथियारों की तस्करी में शामिल थे। उन्हें इस काम के लिए महज 5,000 से 10,000 रुपये की मामूली रकम मिली थी। रोहन, जो एक गरीब परिवार से आता है, अपने पिता की तरह दिहाड़ी मजदूर था, जबकि उसकी मां परिवार से अलग रहती है। चंडीगढ़ विस्फोट में उसकी संलिप्तता उसके समुदाय के लिए एक आश्चर्य की बात थी। वह वर्तमान में राज्य विशेष ऑपरेशन सेल की हिरासत में है और जल्द ही आगे की जांच के लिए उसे चंडीगढ़ स्थानांतरित कर दिया जाएगा। पाशिया का नाम पंजाब भर में कई जबरन वसूली के मामलों और आतंकी गतिविधियों में बार-बार आता रहा है। जनवरी से, पंजाब पुलिस ने पशिया की संलिप्तता वाले कई आतंकी मॉड्यूल को ध्वस्त कर दिया है।