राष्ट्रीय
07-Sep-2024


चेन्नई (ईएमएस)। तमिलनाडु में 10 वर्षीय बेटी के साथ रेप की शिकायत करने थाने पहुंचे माता पिता की अन्ना नगर की महिला पुलिस निरीक्षक ने पिटाई की। उन्हें रातभर थाने में ही रखा गया। मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। पीड़िता, एक सरकारी स्कूल की छठी कक्षा की छात्रा है। पड़ोस में पानी के डिब्बे बेचने वाले आरोपी सतीश ने उसके साथ कई बार रेप किया। 31 अगस्त को एफआईआर दर्ज होने के बावजूद उसे अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है। लड़की के पिता एक निर्माण मजदूर हैं और उसकी मां एक रसोइया है। हालांकि यह घटना 29 अगस्त को प्रकाश में आई और मामला 31 अगस्त को दर्ज किया गया। बच्ची या उसके परिवार से जिला बाल संरक्षण अधिकारी (डीसीपीओ) या बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के किसी भी सदस्य ने संपर्क नहीं किया। 29 अगस्त को शाम को लड़की की मां काम से लौटी। उन्होंने पाया कि उनकी बेटी के पेट में दर्द है। वह जोर-जोर से कराह रही थी। वह उसे एक निजी क्लिनिक में ले गई, जहां एक डॉक्टर ने जांच की और बताया कि उसके साथ बलात्कार हुआ है। लड़की को किलपौक मेडिकल कॉलेज और अस्पताल (केएमसीएच) रेफर किया गया, जहां डॉक्टरों ने कहा कि उसके साथ बार-बार यौन उत्पीड़न किया गया था। केएमसीएच अधिकारियों के सूचित किए जाने पर, अन्ना नगर की सभी महिला पुलिस टीम ने अस्पताल का दौरा किया। नियमों के विपरीत, इंस्पेक्टर राजी ने मां से अपना आधार कार्ड और अन्य विवरण थाने में लाने को कहा और बच्ची से पूछताछ की। पीड़िता ने बाद में अपनी मां को बताया कि उसने पुलिस को सतीश का नाम इसलिए नहीं बताया क्योंकि उसने उसके माता-पिता और उसकी छोटी बहन को खत्म करके उसे अनाथ करने की धमकी दी थी। पीड़िता से पूछताछ के बाद, इंस्पेक्टर ने उसके माता-पिता को थाने बुलाया, जहां उन्हें अगले दिन तड़के तक रुकने के लिए कहा गया। सुबोध\०७\०९\२०२४